उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने वालों के खिलाफ पुलिस को सख्त दिशा निर्देश जारी किए हैं और साथ ही यूपी पुलिस को सख्त चेतावनी देते हुए कहा है कि किसी भी हाल में माहौल ना बिगड़ने पाए. सबकी छुट्टी 4 मई तक कैंसिल की जाती है.
UP News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में सुदृढ़ कानून-व्यवस्था को बहाल करने को लेकर पुलिस के आला अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा बैठक की. सीएम योगी ने प्रदेश में शांति और सौहार्द का माहौल बनाने हेतु संबंधित अधिकारियों को सख्त दिशा-निर्देश दिए.सीएम ने कहा कि आने वाले दिनों में कई महत्वपूर्ण धार्मिक पर्व-त्योहार हैं. ईद का त्योहार और अक्षय तृतीया एक ही दिन होना संभावित है. थानाध्यक्ष, सीओ और पुलिस कप्तान से लेकर जिलाधिकारी मंडलायुक्त तक सभी प्रशासनिक/पुलिस अधिकारियों का 04 मई तक का अवकाश तत्काल प्रभाव से निरस्त होगा
थानाध्यक्ष से लेकर एडीजी तक रहें अलर्ट
जो वर्तमान में अवकाश पर हैं, वे अगले 24 घंटे के भीतर तैनाती स्थल पर वापस लौटें. प्रदेश में हर एक नागरिक की सुरक्षा हम सभी का प्राथमिक दायित्व है. थानाध्यक्ष से लेकर एडीजी तक अगले 24 घंटे के भीतर अपने-अपने क्षेत्र के धर्मगुरुओं, समाज के अन्य प्रतिष्ठितजनों के साथ सतत संवाद बनाएं.
सीएम योगी ने सख्ती दिखाते हुए कहा कि कुछ दिनों पहले एक बालिका के उत्पीड़न के प्रकरण में लखनऊ कमिश्नरेट के भीतर गुडम्बा थाना क्षेत्र में लापरवाही की घटना प्रकाश में आई है. सम्बंधित आरोपियों के विरुद्ध तत्काल कार्रवाई की जाए और इसके साथ ही संबंधित थानाध्यक्ष को निलंबित किया जाए.
उपद्रवियों को बख्शें नहीं, कड़ाई से पेशे आएं
सीएम ने कहा कि हालिया दिनों में विभिन्न धर्मों के कई पवित्र पर्वों का आयोजन हुआ. यह सुखद है कि पूरे प्रदेश में शांति और सौहार्द का माहौल बना रहा. आनेवाले दिनों में कई धार्मिक त्योहार हैं, ऐसे में वर्तमान परिवेश को देखते हुए पुलिस को अतिरिक्त संवेदनशील रहना होगा. धार्मिक कार्यक्रम, पूजा-पाठ आदि निर्धारित स्थान पर ही हों.
यह सुनिश्चित करें कि सड़क मार्ग, यातायात बाधित कर कोई धार्मिक आयोजन न हो. शरारतपूर्ण बयान जारी करने वालों के साथ कड़ाई से पेश आएं. माहौल खराब करने की कोशिश करने वाले अराजकतत्वों के साथ पूरी कठोरता की जाए. ऐसे लोगों के लिए सभ्य समाज में कोई स्थान नहीं होना चाहिए.
रात को अपने क्षेत्र में ही रहें पुलिसकर्मी, चाहे किराए में ही क्यों ना रहना पड़े
तहसीलदार, एसडीएम, थानाध्यक्ष अथवा सीओ आदि सभी अपनी तैनाती के क्षेत्र में ही रात्रि विश्राम करें. शासकीय आवास है तो वहां रहें अथवा किराए का आवास लें, लेकिन रात्रि में अपने ही क्षेत्र में रहें. इस व्यवस्था का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराया जाए. सभी को अपनी उपासना पद्धति को मानने की स्वतंत्रता है.
नए स्थलों पर नहीं लगेंगे माइक, आवाज भी बाहर ना जाने पाए
माइक का प्रयोग किया जा सकता है, लेकिन यह सुनिश्चित हो कि माइक की आवाज़ उस परिसर से बाहर न आए.अन्य लोगों को कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए. नए स्थलों पर माइक लगाने की अनुमति न दें. कोई शोभायात्रा/धार्मिक जुलूस बिना विधिवत अनुमति के न निकाली जाए. अनुमति से पूर्व आयोजक से शांति-सौहार्द कायम रखने के संबंध में शपथ पत्र लिया जाए. अनुमति केवल उन्हीं धार्मिक जुलूसों को दिया जाए, जो पारंपरिक हों, नए आयोजनों को अनावश्यक अनुमति न दी जाए.
संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाए. ड्रोन का उपयोग कर स्थिति पर नजर रखें। हर दिन सायंकाल पुलिस बल फुट पेट्रोलिंग जरूर करे.पीआरवी 112 एक्टिव रहे.
बता दें कि रामनवमी के मौके पर देश के कई राज्यों में हिंसा की घटनाएं सामने आई थीं. जानकारी के मुताबिक मध्यप्रदेश, गुजरात, झारखंड, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक गोवा में हिंसा हुई थी.
हिंसा की इन तमाम घटनाओं के बाद यूपी सरकार की ओऱ से नए आदेश जारी किए गए हैं. इसमें जोर दिया गया है कि सिर्फ परंपरागत जुलूसों को निकालने की परमिशन दी जाएगी. नए आयोजनों को अनुमति नहीं दी जाएगी.