ज्यादातर बीमा कंपनी डेंटल प्रॉब्लम को हेल्थ इंश्योरेंस में कवर में शामिल नहीं करती है. इसका कारण है कि दांत की परेशानी होने पर किसी व्यक्ति को हॉस्पिटल में भर्ती करने की जरूरत नहीं पड़ती है.
Health Insurance Claim: कोरोना महामारी शुरू होने के बाद से लोग अपने स्वास्थ्य और फ्यूचर को लेकर अधिक सजग हो गए हैं. आजकल हर कोई हेल्थ इंश्योरेंस खरीदने की अनिवार्यता को समझने लगा है. लेकिन, किसी भी हेल्थ बीमा को खरीदने से पहले कुछ खास बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है. ज्यादातर कंपनियां कुछ हेल्थ प्रॉब्लम को अपने इंश्योरेंस कवर में शामिल नहीं करती है. तो चलिए जानते हैं उन बीमारियों के बारे में..
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1. डेंटल प्रॉब्लम
ज्यादातर बीमा कंपनी डेंटल प्रॉब्लम को हेल्थ इंश्योरेंस कवर में शामिल नहीं करती है. इसका कारण यह है कि दांत की परेशानी होने पर किसी व्यक्ति को हॉस्पिटल में भर्ती करने की जरूरत नहीं पड़ती है. लेकिन, अगर आप किसी एक्सीडेंट का शिकार हो गए हैं तो ऐसी स्थिति में डेंटल प्रॉब्लम को बीमा कवर मिल सकता है.
2. आंख और कान से संबंधित दिक्कत होने पर
आमतौर पर कान और आंख की समस्या होने पर भी हेल्थ इंश्योरेंस क्लेम नहीं मिलता है. लेकिन, किसी दुर्घटना के कारण अपने आंख और काम में किसी तरह की समस्या हो गई है तो ऐसी स्थिति में आप इंश्योरेंस क्लेम ले सकते हैं.
3. पहले की बीमारी पर नहीं मिलता है क्लेम
अगर कोई व्यक्ति पहले से किसी बीमारी से ग्रसित है तो ऐसी स्थिति में उसे इंश्योरेंस क्लेम नहीं मिलता है. लेकिन, आपको बता दें कि ज्यादातर इंश्योरेंस कंपनी एक निश्चित समय का वेटिंग पीरियड बाद ग्राहकों को पहले की बीमारी में भी इंश्योरेंस कवर का लाभ देती हैं.
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4. कॉस्मेटिक सर्जरी पर नहीं मिलता
आजकल बहुत से अलग-अलग तरह की कॉस्मेटिक सर्जरी करवा रहे हैं. ऐसे में हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी इस तरह की सर्जरी का क्लेम ग्राहकों को नहीं देती है. इम्प्लांट्स, लिपोसक्शन आदि जैसी कॉस्मेटिक सर्जरी पर आपको किसी तरह का कोई क्लेम नहीं मिल सकता है.
5. इनफर्टिलिटी और Abortion में नहीं मिलता है कोई क्लेम
ज्यादातर बीमा कंपनियां इनफर्टिलिटी और Abortion जैसी हेल्थ संबंधी परेशानियों के दौरान महिलाओं को हेल्थ कवर नहीं देती है.