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राजस्थान

चंबल का ‘किलर’ मगरमच्छ, नदी किनारे खड़े व्यक्ति को निगला, रात भर शव लेकर नदी में घूमता रहा, सुबह…

करौली जिले में चंबल नदी किनारे खड़े एक चरवाहे को मगरमच्छ ने निगल लिया. चरवाहा नदी पर अपनी बकरियों को पानी पिला रहा था. इसी दौरान पानी में घात लगाए बैठे मगमच्छ ने चरवाहे को एक ही झटके में पानी के अंदर खींच लिया. चरवाहे के चिल्लाने पर पास ही खड़े लोगों ने शोर मचाया और अन्य लोगों को इकट्ठा किया. रात भर सर्च ऑपरेशन के बाद भी शव नहीं मिल सका. मामला शुक्रवार का बताया जा रहा है. शनिवार की सुबह चरवाहे का शव नदी से निकाला गया.

करौली. राजस्थान के करौली जिले में नदी किनारे पानी पी रहे चरवाहे पर मगरमच्छ ने हमला बोल दिया. मगरमच्छ चरवाहे को एक झटके में नदी के अंदर खींच ले गया. चरवाहा चीखता चिल्लाता रहा लेकिन कोई मदद नहीं कर पाया. पास में ही एक बच्चे ने चरवाहे की चीख सुनी तो उसके परिजनों को जानकारी दी. परिजन इकट्ठा होकर मौके पर पहुंचे लेकिन तब तक मगरमच्छ चरवाहे को गहरे पानी में ले जा चुका था. मामला करणपुर कस्बे से 8 किलोमीटर दूर डाबर मीना बस्ती (डोंगरी) का बताया जा रहा है. शुक्रवार की शाम को यह हादसा हुआ था.

इसके बाद देर रात तक सर्च टीम शव की खोज करती रही. लोगों की आवज सुनकर रात में मगरमच्छ शव को छोड़कर भाग गया. शनिवार सुबह चरवाहे का शव नदी से बाहर निकाला गया. मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.

रात भर चला सर्च ऑपरेशन
करणपुर थानाधिकारी लाल बहादुर सिंह ने बताया कि 35 वर्षीय हरिकेश पुत्र रामू मीना निवासी डाबर मीना बस्ती (डोंगरी) में रहता है. शुक्रवार को वह अपनी बकरियां चराने जंगल लेकर था. शाम को लौटते समय वह नदी में बकरियों को पानी पिलाने ठहर गया. बकरियों के पानी पीने के दौरान हरिकेश चंबल नदी के किनारे खड़ा हुआ था.

तभी घात लगाकर बैठा मगरमच्छ उसे दबोच कर नदी के गहरे पानी में खींच ले गया. चरवाहे ने बचाने के लिए संघर्ष किया लेकिन मगरमच्छ के आगे नहीं चली. नदी किनारे ही उसकी जूतियां पड़ी रह गईं. बचने के लिए वह चीखा-चिल्लाया. पास में खड़े दूसरे चरवाहे ने चीख सुनकर शोर मचाया. साथ ही हरिकेश के घर पर सूचना दी.

रात भर शव को लेकर घूमता रहा मगरमच्छ
सूचना पाकर थानाधिकारी लालबहादुर सिंह, वनकर्मी गणपति मीणा और अन्य पुलिसकर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे. पुलिस ने ग्रामीणों की सहायता से नदी में हरिकेश की तलाश शुरू कराई. रात होने कारण पुलिस प्रशासन ने अभियान रोक दिया. इसके बाद ग्रामीणों ने राजस्थान और मध्य प्रदेश की सीमा में रात भर नाव, स्टीमर, ट्यूब आदि की मदद से टॉर्च व सर्चलाइट की रोशनी में सर्च ऑपरेशन चलाया.

इस दौरान मगरमच्छ चरवाहे के शव को लेकर कर नदी में घूमता रहा. शनिवार सुबह करीब 7 बजे ग्रामीणों के हमले के कारण मगरमच्छ शव को छोड़कर भाग गया. जिसके बाद ग्रामीणों ने शव को नदी से बाहर निकाला. मृतक हरीकेश मीना के परिवार में पत्नि सुनीता देवी के अलावा दो पुत्र और एक पुत्री हैं. बड़ बेटा 15 साल, छोटा 8 साल व एक बेटी 11 साल की है.

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