बोर्ड ऑफ इन्वेस्टमेंट (बीओआई) की रविवार को हुई दूसरी बैठक में इन योजनाओं को मंजूरी दी गई. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के मुताबिक, राजस्थान सरकार की उद्योग अनुकूल नीति के चलते कई बड़े उद्योगपति राजस्थान में निवेश के लिए आकर्षित हुए हैं. इससे राज्य के औद्योगिक विकास को मजबूती मिलेगी.
नई दिल्ली. देश के कई बड़े उद्योग घरानों ने राजस्थान में भारी भरकम निवेश की इच्छा जताई है. उनकी इच्छाओं को पूरा करते हुए राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इन योजनाओं को मंजूरी दे दी है. इससे राज्य में रोजगार के हजारों मौके पैदा होंगे.
बोर्ड ऑफ इन्वेस्टमेंट (बीओआई) की रविवार को जयपुर में हुई दूसरी बैठक में इन योजनाओं को मंजूरी दी गई. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के मुताबिक, राजस्थान सरकार की उद्योग अनुकूल नीति के चलते कई बड़े उद्योगपति राजस्थान में निवेश के लिए आकर्षित हुए हैं. इससे राज्य के औद्योगिक विकास को मजबूती मिलेगी. उन्होंने अधिकारियों को इन्वेस्ट राजस्थान समिट आयोजित करने का भी निर्देश दिया है.
26 हजार रोजगार मिलेंगे
बीओआई की बैठक में 71,486.4 करोड़ रुपये की निवेश योजनाओं को मंजूरी दी गई. उम्मीद जताई जा रही है कि इतने बड़े निवेश से राज्य में रोजगार के 26,000 नए मौके पैदा होंगे. ये निवेश ऑटोमोटिव, एग्रो-प्रोसेसिंग, टेक्सटाइल, फार्मा, एनर्जी, ग्लास और सेरामिक्स, इंजीनियरिंग और सीमेंट कंपनियों द्वारा किए जाएंगे.
ये बड़ी कंपनियां करेंगी निवेश
जिन कंपनियों की निवेश योजनाओं को मंजूरी दी गई है उनमें दोपहिया निर्माता हीरो इलेक्ट्रिक व्हीकल्स, होंडा कार्स, सेंट गोबिन, बोरोसिल, ओकाया जैसी बड़ी कंपनियां शामिल हैं. इनके अलावा कृष फार्मा, लेंसकार्ट, रीन्यू, एचपीसीएल मित्तल, सेरामैक्स ग्रानितो आदि कंपनियां शामिल हैं.
उद्योग मंत्री शंकुलता रावत ने बताया कि देश के विभिन्न हिस्सों में आयोजित इन्वेस्ट राजस्थान समिट के रोडशो को उद्योगपतियों और एंटरप्रेन्योर्स का अच्छा रिस्पान्स मिल रहा है.