Holcim दुनिया की सबसे बड़ी सीमेंट उत्पादक कंपनी है. भारत में अंबुजा सीमेंट और एसीसी लिमिटेड इसी ग्रुप की कंपनियां हैं.
दुनिया के पांचवें सबसे अमीर कारोबारी गौतम अडाणी (Gautam Adani) का ग्रुप (Adani Group) दुनिया की सबसे बड़े सीमेंट उत्पादक होल्सिम ग्रुप के भारतीय सीमेंट कारोबार को खरीद सकता है. ब्लूमबर्ग न्यूज ने यह जानकारी सूत्रों के हवाले से दी है. होल्सिम ग्रुप के भारतीय कारोबार में अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी लिमिटेड शामिल हैं. ब्लूमबर्ग न्यूज को मिली जानकारी के मुताबिक अंबुजा सीमेंट्स (Ambuja Cements) में होल्सिम (Holcim) की हिस्सेदारी खरीदने के लिए अडाणी ग्रुप की बातचीत काफी आगे बढ़ चुकी है.
दरअसल, स्विस कंपनी होल्सिम की अंबुजा सीमेंट में 63.41 फीसदी हिस्सेदारी है, जबकि एसीसी लिमिटेड के 50.05 फीसदी शेयर अंबुजा सीमेंट के पास हैं. इसके अलावा होल्सिम की एसीसी में 4.48 फीसदी डायरेक्ट शेयरहोल्डिंग भी है. अंबुजा सीमेंट्स में 63.41 फीसदी हिस्सेदारी है. 26 अप्रैल को मार्केट बंद होने के समय अंबुजा सीमेंट्स का मार्केट कैप 76,477.13 करोड़ रुपये रहा. बीएसई पर कंपनी के शेयर 2.27 फीसदी की तेजी के साथ 385.15 रुपये प्रति शेयर के भाव पर बंद हुए.
होल्सिम की भारत में दो लिस्टेड कंपनियां
इस महीने की शुरुआत में ही कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में अनुमान लगाया जा रहा था कि होल्सिम अपने भारतीय कारोबार को समेट कर यहां से निकल सकती है. भारत में इसकी दो लिस्टेड कंपनियां हैं- अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी और होल्सिम इनकी बिक्री कर सकती है. अंबुजा सीमेंट्स आज बीएसई पर 385.15 रुपये के भाव पर बंद हुआ है और इसका मार्केट कैप 76,477.13 करोड़ रुपये का है. एसीसी की बात करें तो आज यह 2.22 फीसदी की तेजी के साथ बीएसई पर 2310.55 रुपये के भाव पर बंद हुआ है और इसका मार्केट कैप 43,389.19 करोड़ रुपये है. अंबुजा सीमेंट और एसीसी को मिला दें तो उनकी सालाना उत्पादन क्षमता 66 MTPA हो जाती है. आदित्य बिड़ला समूह की अल्ट्राटेक देश की सबसे बड़ी सीमेंट उत्पादक कंपनी है, जिसकी सालाना उत्पादन क्षमता 117 MTPA की है.
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एक और कंपनी अंबुजा सीमेंट्स को खरीदने की होड़ में
ब्लूमबर्ग न्यूज के मुताबिक अडाणी के अलावा JSW ग्रुप भी अंबुजा सीमेंट्स को खरीदने की होड़ में शामिल है. लेकिन मीडिया में आई कुछ और खबरों के मुताबिक अडाणी ग्रुप इस डील के लिए फाइनेंस का इंतजाम करके होड़ में आगे नजर आ रहा है. होल्सिम अब सीमेंट के अपने कोर बिजनेस से डायवर्सिफाइ करके बिल्डिंग टेक्नोलॉजी पर फोकस बढ़ाना चाहती है. माना जा रहा है कि कंपनी ने यह रणनीति अपने कारोबार को लंबे समय के लिए ज्यादा मजबूत बनाने के इरादे से बनाई है.