Watch : इस महाकाल कॉरिडोर पर जितना पैसा खर्च होगा उसमें से 422 करोड़ रुपये प्रदेश सरकार, 21 करोड़ रुपये मंदिर समिति और बाकी का पैसा केंद्र सरकार ने दिया है.
Ujjain News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जून में उज्जैन के महाकाल मंदिर विस्तार योजना के प्रथम चरण का उद्घाटन करेंगे. इसकी जानकारी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दी है. इसको लेकर पिछले दिनों उन्होंने नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी. मुख्यमंत्री ने उज्जैन स्मार्ट सिटी कंपनी को मई में काम पूरा कराने के निर्देश दिए हैं. कंपनी के सीईओ आशीष पाठक ने 15 मई से पहले सारे काम पूरा करवाने का दावा किया है.
महाकाल कॉरिडोर के निर्माण पर कितने की लागत आएगी
उज्जैन से डीएम आशीष सिंह ने बताया कि यह प्रोजेक्ट करीब 750 करोड़ रुपये का है. इस कॉरिडोर के बनने से महाकाल मंदिर का परिसर जो अभी 2 हेक्टेयर का है, वो बढ़कर 20 हेक्टेयर का हो जाएगा. इसका पहला चरण 350 करोड़ का है.इसका काम लगभग पूरा कर लिया गया है. इस परिसर में महाकाल कारिडोर, फेसिलिटी सेंटर, सरफेस पार्किंग, महाकाल द्वार का निर्माण कराया जा रहा है.
इस महाकाल कॉरिडोर पर जितना पैसा खर्च होगा उसमें से 422 करोड़ रुपये प्रदेश सरकार, 21 करोड़ रुपये मंदिर समिति और बाकी का पैसा केंद्र सरकार ने दिया है. महाकाल कॉरिडोर प्रोजेक्ट के तहत रुद्रसागर तरफ 920 मीटर लंबा कॉरिडार, महाकाल मंदिर प्रवेश द्वार, दुकानों, मूर्तियों का निर्माण सात मार्च 2019 को शुरू हुआ था. गुजरात की एक फर्म इस काम को करवा रही है. पहले इसे सितंबर 2020 में पूरा होना था. लेकिन इस अबतक कई बार बढ़ाया जा चुका है. महाकाल कॉरिडोर का आकार काशी में बने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर से करीब 3 गुना बड़ा है.
विधानसभा चुनाव और महाकाल कॉरिडोर
मध्य प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होना है. इसे देखते हुए भी शिवराज सिंह चौहान की सरकार उद्घाटन के लिए ज्यादा सक्रिय है. इसी तरह बीते महीने संपन्न हुए उत्तर प्रदेश के चुनाव में भी बीजेपी ने काशी में बनाए गए काशी विश्वनाथ कॉरिडोर को चुनावी मुद्दा बनाया था. उसका उद्घाटन भी प्रधानमंत्री ने चुनाव की घोषणा से पहले किया था. इसके बाज बीजेपी एक बार फिर उत्तर प्रदेश की सत्ता में लौट आई है.
महाकाल मंदिर में लगी थी आरएसएस की पहली शाखा
बीजेपी के लिए उज्जैन के महाकाल मंदिर का महत्व कितना है, इसको आप इस बात से ही समझ सकते हैं कि बीजेपी की मातृ संस्थ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पहली शाखा महाकाल मंदिर परिसर में ही लगी थी. महाकाल मंदिर से निकले आरएसएस की शाखा का विस्तार आज करीब पूरे देश में हो चुका था.