प्रदेश में भीषण गर्मी के चलते पेयजल का संकट गहरा गया है. प्रदेश में पेयजल व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बेहद गंभीर दिखाई दे रहे है.
Jaisalmer: प्रदेश में भीषण गर्मी के चलते पेयजल का संकट गहरा गया है. प्रदेश में पेयजल व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बेहद गंभीर दिखाई दे रहे है.
वहीं जैसलमेर के अधिकारियों के साथ हुई सीएम की वीसी में सीएम ने सभी अधिकारियों को ज्यादा से ज्यादा फील्ड में जाने के निर्देश दिए. उन्होंने दूर इलाकों में भी पानी की व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए. वीसी के दौरान जलदाय विभाग ग्रामीण के एडिशनल चीफ देवराज सोलंकी भी मौजूद रहे.
प्रदेश में गर्मियों के सीजन के मद्देनजर शहरी और ग्रामीण इलाकों में साफ पेयजल मुहैया करवाने और सभी जिलों में चल रही पेयजल योजनाओं के संबंध में मॉनिटरिंग की जा रही है. राज्य सरकार के आदेश के तहत जलदाय विभाग के एडिशनल चीफ और जैसलमेर-बाड़मेर के जलदाय विभाग के प्रभारी देवराज सोलंकी शुक्रवार को जैसलमेर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने जिले के इलाकों का दौरा भी किया. वहीं जमीनी स्तर पर पानी की समस्या को देखा.
जलदाय विभाग ग्रामीण के एडिशनल चीफ देवराज सोलंकी ने सीएम की वीसी अटेंड की और वीसी के बाद उन्होंने जलदाय विभाग के तमाम अधिकारियों के साथ बैठक ली और नहरबंदी और पेयजल संकट को लेकर समीक्षा की. उन्होंने राज्य सरकार द्वारा जलदाय विभाग की योजनाओं के बारे में अधिकारियों से समीक्षा कर फीडबैक लिया.
मुख्यमंत्री पानी को लेकर गंभीर
एडिशनल चीफ देवराज सोलंकी ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वीसी में अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि वे फिल्ड में जाए और फिल्ड में जाकर तत्काल समस्याओं का समाधान करे जिससे गर्मी के सीजन में पानी की समस्या से निजात मिल सके. प्रभारी देवराज सोलंकी ने बताया कि प्रभारी अधिकारी होने के नाते गर्मियों के सीजन में किस तरीके की व्यवस्था चल रही है इसका रिव्यू करने आया हुआ हूं. उन्होंने बताया कि नहरबंदी के पहले पानी का स्टोरेज कर लिया गया है. जैसलमेर जिले के अधिकारियों ने बेहतर काम करके पूरी व्यवस्था कर ली थी और नहरबंदी में पानी की डिग्गीयां भरी हुई है. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में पानी की समस्या नहीं रहेगी.