पंजाब के पटियाला शहर में शुक्रवार को चार घंटे तक सरेआम दो गुटों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद सीएम भगवंत मान की बड़ी कार्रवाई की है. सीएम के आदेश पर एक साथ पटियाला के IG-SSP-SP का तबादला कर दिया गया है.
Patiala Violence Update: पटियाला में शुक्रवार को दो गुटों की पुलिस से हुई हिंसक झड़प में चार पुलिसवाले जख्मी हो गए थे. दोनों गुटों की पुलिस से हुई झड़प के बाद पंजाब के सीएम भगवंत मान ने बड़ा फैसला लिया है. उन्हों ने पटियाला के आईजी व एसएसपी का किया तबादला कर दिया है. मुख्यमंत्री भगवंत मान के निर्देश पर पंजाब सरकार ने आज तत्काल प्रभाव से पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) पटियाला रेंज, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) पटियाला और पुलिस अधीक्षक (एसपी) का तबादला कर दिया.
मुख्यमंत्री कार्यालय के प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि मुखविंदर सिंह चिन्ना को नया आईजी पटियाला नियुक्त किया गया है.
और दीपक पारिक को नया एसएसपी पटियाला और वजीर सिंह को पटियाला का नया एसपी नियुक्त किया गया है.
पटियाला में सुबह 9:30 से शाम 6 बजे तक मोबाइल इंटरनेट सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित कर दी गई हैं. इससे पहले शुक्रवार को करीब चार घंटे शहर की सड़कों पर तलवारें लहराई गईं थीं और इसके विरोध में आज कुछ हिंदू संगठनों ने पटियाला बंद का आह्वान किया है.
चार घंटे तक मचा था बवाल, लहराईं तलवारें
शुक्रवार को शिव सैनिक और खालिस्तान समर्थकों के बीच चार घंटे तक हिंसक झड़प हुई. सुबह करीब 11 बजे शुरू हुआ यह सिलसिला दोपहर तीन बजे तक चलता रहा. पुलिस ने दोनों पक्षों को बमुश्किल से काबू में किया. दोनों गुट पुलिस से ही भिड़ गए जिसमें कई पुलिसवाले घायल हो गए.
बता दें कि सिख फॉर जस्टिस के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू ने कुछ दिन पहले शुक्रवार को खालिस्तान का स्थापना दिवस मनाने की घोषणा की थी, जिसके जवाब में शिवसेना (बाल ठाकरे) के प्रदेश कार्यकारी प्रधान हरीश सिंगला ने पत्रकार वार्ता कर शुक्रवार को खालिस्तान मुर्दाबाद मार्च निकालने का एलान किया था. जब पुलिस को ये कार्यक्रम का पता था तो उसने सुरक्षा के इंतजाम क्यों नहीं किए थे.
जानिए क्या था मामला…
शिवसेना (बाल ठाकरे) पंजाब से निष्कासित पूर्व कार्यकारी प्रधान हरीश सिंगला को शुक्रवार शाम को एसपी (सिटी) हरपाल सिंह और डीएसपी मोहित अग्रवाल ने गिरफ्तार कर लिया. इससे पहले श्री काली माता मंदिर में हिंदू संगठनों की बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे हरीश सिंगला के साथ मारपीट हुई थी और उन्होंने भागकर अपनी जान बचाई थी. हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने उनकी गाड़ी पर जमकर ईंट बरसाई जिससे उनकी गाड़ी के शीशे भी टूट गए.
दोनों गुटों में हुई इस भिड़त के बाद शाम को श्री काली माता मंदिर में हिंदू समाज ने बैठक बुलाई थी और बैठक में बिना बुलाए हरीश सिंगला व उनका बेटा कोमला सिंगला भी पहुंच गए. भड़के हिंदू समाज के लोगों ने हरीश सिंगला के सुरक्षा कर्मियों की भी परवाह नहीं की और मारपीट करनी शुरू कर दी.