पश्चिमीविक्षोभ के कारण हवाओं में बदलाव पश्चिमी से उत्तर पूर्वी होने तथा राजस्थान के ऊपर एक साईक्लोनिक सर्कुलेशन बनने से मौसम में बदलाव आने की संभावना है । जिससे सोमवार व मंगलवार को उत्तरी हरियाणा में बादलवाई तथा हवाओं के साथ कहीं-कहीं गरज चमक के साथ हल्की बारिश संभावित है।
जागरण संवाददाता, हिसार। मई की गर्मी में अगर बारिश हो जाए तो तपिश से राहत मिल जाए। पिछले एक महीने से हरियाणावासियों का गर्मी से बुरा हाल है। पहले पश्चिमी विक्षोभ आए मगर सक्रिय नहीं हुए। अब फिर से एक ओर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होता दिख रहा है। चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डा. मदन खिचड़ ने बताया कि अब राज्य में गर्मी से हल्की राहत मिलने की संभावना बन रही है।\
दरअसल, पश्चिमी विक्षोभ के कारण हवाओं में बदलाव पश्चिमी से उत्तर पूर्वी होने तथा राजस्थान के ऊपर एक साईक्लोनिक सर्कुलेशन बनने से मौसम में बदलाव आने की संभावना है । इससे सोमवार व मंगलवार को उत्तरी हरियाणा में बादलवाई तथा हवाओं के साथ कहीं-कहीं गरज चमक के साथ हल्की बारिश संभावित है।
मगर पश्चिमी व दक्षिण हरियाणा में धूलभरी हवा के साथ कुछ एक स्थानों पर गरज चमक के साथ छिटपुट बूंदाबांदी या हल्की बारिश होने की भी संभावना है जिससे राज्य में 4 मई तक मौसम आमतौर पर परिवर्तनशील बने रहने की संभावना है । इस दौरान दिन के तापमान में गिरावट आने व रात्रि तापमान में हल्की बढ़ोतरी होने की संभावना है।
पांच मई के बाद फिर से गर्मी का करना होगा सामना
मौसम विज्ञानियों की मानें तो 5 मई से राज्य में फिर से मौसम गर्म व खुश्क संभावित है। ऐसे में फिर से लू चलने की संभावना बन सकती है। इसके साथ ही तापमान में भी बढ़ोत्तरी देखने को मिल सकती है। अभी तक राज्य में मध्य मार्च के बाद से लगातार दिन के तापमान सामान्य से 4 से 5 डिग्री की बढ़ोतरी दर्ज की गई है जो अप्रैल महीने में भी जारी रही। इस दौरान बीच -बीच में लू भी चली।
इतनी अधिक गर्मी पड़ने का मुख्य कारण मैदानी क्षेत्रों में कोई मौसमी सिस्टम का ज्यादा प्रभावी न होना तथा राजस्थान के ऊपर पाकिस्तान में एक एंटीसाईक्लोनिक सर्कुलेशन बनने से खुश्क व गर्म पश्चिमी हवायों का चलना है। सामान्य से अधिक तापमान रहने व लू चलने से वातावरण में अस्थिरता बन जाती है जिससे धूल भरी हवाएं चलना शुरू हो जाती है जैसा एक मई को दोपहर बाद दक्षिण हरियाणा के कुछ एक स्थानों पर धूलभरी हवाओं के साथ गरजचमक व छिटपुट बूंदाबांदी देखने को मिली ।