इस बीच अगर आप चार धाम यात्रा पर जा रहे हैं, तो आपको अपना शेड्यूल अनिवार्य तौर पर आगे बढ़ा लेना चाहिए, क्योंकि इस बार आप तय शेड्यूल से शायद ही चार धाम यात्रा कर पाएं. इसके पीछे की कई वजहें हैं.
Char Dham Yatra: चार धाम यात्रा 3 मई यानी कल से शुरू हो रही है. इसके लिए पूरी तैयारी हो चुकी है और सरकार ने श्रद्धालुओं की संख्या को भी सीमित कर दिया है. इस बीच अगर आप चार धाम यात्रा पर जा रहे हैं, तो आपको अपना शेड्यूल अनिवार्य तौर पर आगे बढ़ा लेना चाहिए, क्योंकि इस बार आप तय शेड्यूल से शायद ही चार धाम यात्रा कर पाएं. इसके पीछे की कई वजहें हैं.
दरअसल, इस बार चार धाम यात्रा में पिछले सालों के मुकाबले श्रद्धालुओं की संख्या का बढ़ने का अनुमान है. पिछले दो सालों में कोरोना वायरस की वजह से चार धाम की यात्रा पर कम श्रद्धालु जा पाएं हैं, ऐसे में इस बार पहले के मुकाबले रजिस्ट्रेशन भी ज्यादा लोग करा रहे हैं. ऐसे में आपको अपने शेड्यूल को आगे बढ़ाने की जरूरत है.
ऐसे समझिये शेड्यूल आगे बढ़ाने का आशय?
मान लीजिए आपने चार धाम यात्रा के लिए दस दिन का शेड्यूल बनाया है और इतने दिन की प्लानिंग और छुट्टियों के साथ ही आप इस धार्मिक यात्रा पर जा रहे हैं. ऐसे में आप अपना शेड्यूल कम से कम तीन दिन आगे बढ़ाये क्योंकि इस बार भीड़ के बढ़ने और धामों में श्रद्धालुओं के दर्शन की संख्या सीमित करने की वजह से चारों धामों में यात्रा में ज्यादा वक्त लग सकता है.
इस बार श्रद्धालुओं की संख्या की गई है सीमित
इस बार प्रतिदिन सिर्फ 15 हजार श्रद्धालु ही बद्रीनाथ के दर्शन कर पाएंगे. जबकि केदारनाथ धाम के लिए हर दिन दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 12 हजार रखी गई है. इसी तरह से प्रतिदिन गंगोत्री धाम में 7 हजार और यमुनोत्री धाम में 4 हजार श्रद्धालु दर्शन कर पाएंगे. अक्सर देखने में आता है कि श्रद्धालु अपने शेड्यूल को टाइट रखते हैं, लेकिन चार धाम यात्रा के मामले में ऐसा करने पर आपको परेशानी हो सकती है.
इस बार चार धाम यात्रा के लिए 2 लाख से भी ज्यादा श्रद्धालुओं ने पंजीकरण किया है. यह संख्या लगातार बढ़ रही है. ऐसे में यह मानकर चलना चाहिए कि इस बार चार धाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालु पिछले सालों का रिकॉर्ड तोड़ेंगे. इसके अलावा इस बार सरकार ने चार धाम यात्रा पर किसी भी तरह का कोई प्रतिबंध नहीं लगाया है जिस वजह से श्रद्धालु ज्यादा आएंगे.
मान लीजिए किसी धाम में तय संख्या के हिसाब से श्रद्धालु पहुंच गये हैं तो बाकी श्रद्धालुओं को रोक लिया जाएगा इससे आप उस दिन दर्शन नहीं कर पाएंगे और आपका एक दिन और आगे बढ़ जाएगा. ऐसे में आपको अपना शेड्यूल बढ़ाकर चलना होगा.