Tata Premier League: शेयर बाजार में मार्केट कैपिटाईलेजन के लिहाज से टाटा स्टील, टीसीएस से बहुत पीछे है. टीसीएस का मार्केट कैपिटलाईजेशन 12,85,410 करोड़ रुपये तो टाटा स्टील का 1,58,788 करोड़ रुपये है.
Tata Steel Beats TCS: टाटा समूह की देश की सबसे बड़ी आईटी फर्म टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज (TCS) को टाटा ग्रुप की सभी कंपनियों में अब तक सबसे ज्यादा मुनाफा देने वाली कंपनियों के तौर पर जाना जाता था. लेकिन टाटा स्टील ( Tata Steel) ने टीसीएस (TCS) से ये तमगा छीन लिया है. करीब एक दशक के बाद टाटा स्टील एक बार फिर टाटा समूह ( Tata Groups) के लिए सबसे ज्यादा कमाई करने वाली कंपनी बन गई है. मंगलवार 4 मई को टाटा स्टील ने अपने नतीजे घोषित किए हैं जिसके मुताबिक बीते वर्ष टाटा स्टील को 41,749 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ है. जबकि टीसीएस को 2021-22 में 38,327 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है.
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कमोडिटी के दाम बढ़ने से टाटा स्टील को फायदा
दरअसल रूस यूक्रेन युद्ध के चलते कमोडिटी के दामों में भारी उछाल देखने को मिल रहा है. अमेरिका यूरोप में रिकॉर्ड महंगाई है. ऐसे में स्टील के दामों में भी भारी बढ़ोतरी हुई है जिसका फायदा टाटा स्टील को हुआ है. ऐसे में कंपनी का रेवेन्यू के साथ मुनाफा भी बढ़ा है.
हर मामले में टाटा स्टील है आगे
पूरे 2021-22 वित्त वर्ष के लिए टाटा स्टील का रेवेन्यू 2,43,959.17 करोड़ रुपये रहा है जबकि इस दौरान 40,153 करोड़ रुपये शुद्ध मुनाफा हुआ है. जबकि टीसीएस का रेवेन्यू 1,97,754 करोड़ रुपये रहा है जबकि 38,327 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है.
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मार्केट कैपिटलाईजेशन में TCS से पीछे टाटा स्टील
लेकिन शेयर बाजार में मार्केट कैपिटाईलेजन के लिहाज से टाटा स्टील, टीसीएस से बहुत पीछे है. टीसीएस का मार्केट कैपिटलाईजेशन 12,85,410 करोड़ रुपये है जबकि टाटा स्टील का मार्केट कैपिटलाईजेशन 1,58,788 करोड़ रुपये है.