Saving Schemes: RBI के रेपो रेट बढ़ाने के फैसले के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि 1 जुलाई के बाद से छोटी लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरों को बढ़ाया जा सकता है.
Small Saving Schemes: अगर आप एनएससी(NSC), पीपीएफ(PPF) और सुकन्या समृद्धि योजनाओं( Sukanya Samridhi Yojna) जैसी बचत योजना में निवेश करते हैं तो जून में आपके लिए खुशखबरी का ऐलान हो सकता है. आरबीआई के रेपो रेट को 40 बेसिस प्वाइंट बढ़ाकर 4.40 फीसदी किए जाने के बाद मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के लिए वित्त मंत्रालय जब इन बचत योजनाओं के ब्याज दरों की समीक्षा करेगी तो इन सेविंग स्कीमों मिलने वाले ब्याज दरों में इजाफा किया जा सकता है.
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बचत योजनाओं पर बढ़ सकती है ब्याज दरें
आरबीआई के रेपो रेट बढ़ाने के फैसले के बाद कई बैंकों ने डिपॉजिट्स पर ब्याज दरों को बढ़ाना शुरू कर दिया है. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि 1 जुलाई के बाद से इन बचत योजनाओं पर ब्याज दरों को बढ़ाया जा सकता है. फिलहाल पब्लिक प्रॉविडेंट फंड पर ब्याज दर 7.1 फीसदी मिलता है तो एनएससी पर 6.8 फीसदी सलाना ब्याज मिल रहा है. सुकन्या समृद्धि योजना रक 7.6 फीसदी ब्याज मिलता है. सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम पर 7.4 फीसदी ब्याज मिल रहा है. किसान विकास पत्र पर 6.9 फीसदी ब्याज मिल रहा है. आपको बता दें 2020-21 की पहली तिमाही के बाद से छोटी बचत योजनाओं के ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है.
छोटी बचत योजनाओं के ब्याज दरों पर नजर डालें तो एक वर्षीय सावधि जमा योजना पर अगले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 5.5 प्रतिशत की ब्याज दर मिल रहा. एक से पांच साल की सावधि जमा पर 5.5-6.7 प्रतिशत की ब्याज दर दिया जा रहा है. जबकि पांच साल की आवर्ती जमा पर ब्याज दर 5.8 फीसदी ब्याज दर दिया जा रहा.
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वित्त मंत्रालय ने जारी किया था अधिसूचना
इससे पहले वित्त मंत्रालय ने एक अधिसूचना में कहा है कि, वित्तीय वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही के लिए विभिन्न लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दर, 1 अप्रैल, 2022 से शुरू होकर 30 जून, 2022 को समाप्त होने वाली, चौथी तिमाही (जनवरी) के लिए लागू वर्तमान दरों से अपरिवर्तित रहेगी. दरअसल छोटी बचत योजनाओं के लिए ब्याज दरें तिमाही आधार पर अधिसूचित की जाती है.