मध्य प्रदेश में हर साल की तरह इस बार भी गेहूं की अच्छी पैदावार हुई है, जिससे खरीदी केंद्रों पर किसानों की भीड़ लगी हुई है.
आकाश द्विवेदी/भोपाल। मध्य प्रदेश में इस बार भी गेहूं की बंपर पैदावार हुई है. यही वजह है कि प्रदेश में इन दिनों गेहूं खरीदी का काम तेजी से चल रहा है. इस बीच प्रदेश के किसानों के लिए एक बड़ी खबर है. शिवराज सरकार ने प्रदेश में समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी की तारीख बढ़ा दी है, जिससे किसानों को गेहूं बेचने के लिए और समय मिल गया है.
31 मई तक होगी खरीदी
दरअसल, किसानों की तरफ से लगातार गेहूं खरीदी का समय बढ़ाने की मांग की जा रही थी. जिसके बाद शिवराज सरकार ने किसानों की मांग को ध्यान में रखते हुए समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी की तारीख बढ़ा दी है. अब प्रदेश में 31 मई तक सभी खरीदी केंद्रों पर गेहूं की खरीदी होगी. इससे पहले गेहूं खरीदी की तारीख 16 मई थी. लेकिन सीएम शिवराज के निर्देश पर तारीख 31 मई कर दी गई है.
मध्य प्रदेश में हर साल की तरह इस बार भी गेहूं की अच्छी पैदावार हुई है, जिससे खरीदी केंद्रों पर किसानों की भीड़ लगी हुई है. इस बार गेहूं खरीदी की प्रक्रिया को सरल भी बनाया गया है. जिससे जल्द से जल्द किसानों को उनकी फसल का भुगतान भी किया जा रहा है.
गेहूं खरीदी का बदला तरीका
हालांकि इस बार गेहूं खरीदी का तरीका बदल गया है. इस बार से समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी के लिए किसानों की पहचान अंगूठे के निशान से की जा रही है. जबकि छन्ना लगाकर गेहूं की खरीदी हो रही है. दरअसल, ऐसा इसलिए किया जा रहा है कि ताकि यह बात पता रहे कि जिस किसान के नाम से पंजीयन हुआ है वहीं अपनी फसले बेचने आया है. जबकि किसान किस सेंटर और किस तारीख को उपज लेकर आएंगे और बेचेंगे, इसको चयन करने की भी आजादी रहेगी. यानि किसान अपने निकटतम खरीदी केंद्र पर अपनी फसल बेच सकते हैं.