IMD Weather Report Today: मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर में अभी लू का कहर जारी रहेगा। हालांकि, मॉनसून को लेकर अच्छी खबर देते हुए आईएमडी ने कहा कि यह जल्दी आएगा।
हाइलाइट्स
- दिल्ली में आज और कल चलेगी लू, मौसम विभाग का ‘येलो अलर्ट’
- गुड़गांव में पारा 45 डिग्री के पार, अगले 5 दिन हीटवेव का अलर्ट
- मौसम विभाग ने कहा, केरल में 27 मई तक आ जाएगा मॉनसून
- बढ़ते तापमान पर ग्रीनपीस इंडिया ने जारी की चिंताजनक रिपोर्ट
नई दिल्ली: भारत की कृषि आधारित अर्थव्यस्था की जीवन-रेखा माने जाने वाला दक्षिण पश्चिमी मॉनसून 27 मई तक केरल में वर्षा की पहली फुहार ला सकता है। मौसम विभाग ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। केरल में मॉनसून का आम तौर पर एक जून को आता है। उसके करीब हफ्ते-10 दिन बाद मुंबई में दस्तक देता है। इधर, दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में लू चल रही है। मौसम विभाग ने शनिवार और रविवार को दिल्ली और आसपास के इलाकों में हीटवेव की चेतावनी दी है। इस दौरान दिल्ली का अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस को छू सकता है। गुड़गांव में पारा शुक्रवार को ही 45 डिग्री के आंकड़े को पार कर गया था। वहां मई का यह सबसे गर्म दिन साबित हुआ। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक, सोमवार को दिल्ली में बादल छाए रहेंगे और अधिकतम तापमान गिरकर 41 डिग्री तक आ सकता है। हालांकि न्यूनतम तापमान 28-30 डिग्री के बीच बने रहने के आसार हैं।
गुड़गांव में अगले पांच दिन तक हीटवेव का अलर्ट
गुरुवार रात को बादल और तेज हवा के बावजूद गुड़गांव में शुक्रवार को अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। मई महीने में अबतक यह सबसे गर्म दिन रहा। मौसम विज्ञान विभाग के चंडीगढ़ केंद्र द्वारा शुक्रवार को अगले पांच दिन के लिए मौसम बुलेटिन जारी किया। जिसमें गुड़गांव समेत दक्षिण हरियाणा और दक्षिण पूर्व हरियाणा के जिलों में हीटवेव का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के निदेशक मनमोहन सिंह का कहना है कि अगले पांच दिनों के दौरान मौसम शुष्क रहने की संभावना है। मौजूदा अधिकतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री ज्यादा है। एक तरफ जहां तापमान बढ़ने से गर्मी बढ़ेगी वहीं दूसरी ओर लू के थपेड़े भी आपको सहने पड़ेंगे। क्षेत्र में हीट वेव चल रही हैं, जो तापमान को बढ़ा रही हैं।
मौसम विभाग की सलाह
- दोपहर को अधिकतर समय घर या कार्यालय के अंदर ही बिताएं।
- आवश्यक होने पर बाहर निकलें, सीधे सूर्य के संपर्क से बचें।
- आंखों के बचाव के लिए धूप के चश्मे का प्रयोग करें।
- बच्चों को बंद गाड़ी में न छोड़ें, नंगे पैर बाहर निकलने से बचें।
- हल्के रंग के सूती ढीले कपड़े पहनें, सिर पर कपड़ा या टोपी रखें।
- पर्याप्त मात्रा में पानी पीते रहें, सलाद का प्रयोग करें।
मुंबई में समय से पहले आएगा मॉनसून
भीषण गर्मी झेल रहे लोगों के लिए राहत वाली खबर है। इस साल दक्षिण पश्चिम मॉनसून जल्द आ रहा है। क्षेत्रीय मौसम विभाग ने इस साल समय से चार दिन पहले 27 मई को मॉनसून के केरल पहुंचने का अनुमान जताया है। मुंबई में भी मॉनसून 3 दिन पहले यानी 7 जून को दस्तक देने की संभावना बढ़ गई है। मौसम विभाग के मुताबिक 27 मई से दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की शुरुआत केरल से हो जाएगी। आमतौर पर केरल में 1 जून को मॉनसून दस्तक देता है, लेकिन इस बार समय से 4 दिन पहले आने की संभावना है। केरल में मॉनसून के दस्तक देने के 10 दिन बाद मुंबई में मॉनसून का आगमन होता है। मौसम का आकलन करने वाली निजी संस्था स्काईमेट के प्रमुख वैज्ञानिक महेश पालावत के अनुसार केरल की तरह मुंबई में भी मॉनसून समय से पहले 7 जून को आ सकता है। आमतौर पर मुंबई में मॉनसून का आगमन 10 जून तक होता है।
48.19 डिग्री तक पहुंच सकता है राजधानी का तापमान : ग्रीनपीस इंडिया
दिल्ली का अधिकतम तापमान 2080-2099 की अवधि में औसत 4 डिग्री अधिक हो सकता है। इसी अवधि में दिल्ली का औसत तापमान मौजूदा स्थिति की तुलना में पांच डिग्री अधिक गर्म हो सकता है और अधिकतम तापमान 48.19 डिग्री तक पहुंच सकता है। ग्रीनपीस इंडिया इंटरगवर्नमेंटल पैनल फॉर क्लाइमेट चेंज (आईपीसीसी) एआर6 रिपोर्ट के आधार पर लू के अनुमानों का विश्लेषण किया है। राजधानी में 29 अप्रैल 2022 को तापमान 43 डिग्री दर्ज किया गया था। यह अप्रैल के महीने में औसत अधिकतम तापमान से काफी उपर है। 1970-2020 तक अप्रैल के तापमान बताते हैं कि चार सालों के दौरान अधिकतम तापमान 43 डिग्री के ऊपर पहुंच गया। इस तरह की तेज गर्मी का मतलब भारत लंबे समय तक अत्यधिक गर्मी और गर्म हवाओं से जूझता रहेगा। इसकी वजह से अस्पतालों में लोगों के भर्ती होने की संख्या में इजाफा होगा। खेती, जंगली जानवरों को भी इससे नुकसान होंगे।
कहां-कहां बढ़ेगी गर्मी?
ग्रीनपीस इंडिया के कैंपेन मैनेजर अविनाश चंचल का कहना है कि लू सार्वजनिक स्वास्थ्य और अर्थव्यवस्था के लिए घातक हैं। अगर हम अभी इससे निपटने की तैयारी नहीं करते हैं, तो इस गर्मी की अवधि, उसके परिणाम, तापमान के सालाना बढ़ोतरी में ही वृद्धि होने की संभावना है। तापमान में तेज से वृद्धि की वजह से सबसे अधिक नुकसान दिल्ली, लखनऊ, पटना, जयपुर और कोलकाता जैसे शहरों में गंभीर रूप से प्रभावित होने की उम्मीद है। इन सभी शहरों में गर्मी और उसके प्रभाव का पैटर्न एक समान है। इसी आकलन के अनुसार, 2080 से 2099 की अवधि में मुंबई और पुणे में अब औसत से 5 डिग्री अधिक गर्म होगा, अधिकतम तापमान 4.2 डिग्री सेल्सियस और चेन्नई में 4 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 3.7 डिग्री सेल्सियस के साथ औसत से 4 डिग्री सेल्सियस अधिक गर्म होगा। चंचल के मुताबिक दीर्घकालिक उपायों के रूप में शहरी नियोजन को पर्याप्त हरित आवरण प्रदान करना चाहिए, साथ ही इसे बनाए रखने के लिए भी प्रयास करने चाहिए। इनमें छत पर बागवानी, सामुदायिक पोषण उद्यान, पार्क, मिनी वन, सड़क के किनारे के पेड़ के कवर और जल निकाय को बनाना और सुरक्षित रखना शामिल हैं।