आचार्य चाणक्य ने ऐसे लोगों के बारे ने बताया है जिन्हें जीवन में कभी धन की कमी नहीं होती, आइए जानते हैं कि आखिर कौन हैं वो लोग.
एक सुखी जीवन हम मनुष्य जीना चाहता है वह चाहता है कि पूरी जिंदगी उसकी जीवन में खुशियां ही खुशियां हो, मगर यह वास्तविक जीवन इस कल्पना से परे हैं. जीवन में सुख और दुख दोनों एक सिक्के के दो पहलू हैं. मगर दुख की घड़ी में इंसान को संयम से काम लेना चाहिए और आचार्य चाणक्य ने अपनी नीतियों के जरिए संयम लेना सिखाया है. आचार्य चाणक्य ने अपने जीवन के अनुभवों को चाणक्य नीति शास्त्र में साझा किया है. आचार्य चाणक्य कहते हैं कि धन व्यक्ति के जीवन का एक आवश्यक तत्व है और धन की रक्षा करने का गुण हर किसी में नहीं होता है. आज आचार्य चाणक्य की नीतियों में जानेंगे कि कठिन परिश्रम करने वालों को कभी धन की कोई कमी नहीं होती है.
1. आचार्य चाणक्य बताते हैं धन की देवी मां लक्ष्मी की कृपा उसी पर होती है, जो मेहनती होता है. जो व्यक्ति कठिन परिश्रम करते हैं और जीवन में संयम से काम लेते हैं उन्हें धन की कोई कमी नहीं होती है. ऐसे व्यक्तियों के गुणों के चलते लोग भी उनपर काफी प्रसन्न रहते हैं
2. नीति शास्त्र में बताया गया है परिश्रमी लोगों को आर्थिक दिक्कतों का कम सामना करना पड़ता है और परिश्रम से अर्जित किया गया धन सुख और समृद्धि भी साथ लाता है. समाज में मेहनती लोगों का यश होता और ये लोग हमेशा जीवन में सफल होते हैं
3. आचार्य चाणक्य कहते हैं कि पैसों की बचत करने का गुण हर किसी व्यक्ति में नहीं पाया जाता. हर मनुष्य को अपना धन बहुत ही सोच-समझकर खर्च करना चाहिए ताकि आगे आर्थिक समस्याओं से बचा जा सके, धन की बचत के छोटे-छोटे उपाय भी आपको बड़ा लाभ पहुंचा सकते हैं.