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लाइफस्टाइल

पानी कम पिएं या ज्यादा? 5 मिथक जिनके बारे में जानना है जरूरी

इंटरनेट पर पानी पीने के फायदों से जुड़ी बहुत सारी स्टडीज़ उपलब्ध हैं. कई लोगों का ये मानना भी है कि ज्यादा पानी पीने से वजन भी कम हो सकता है लेकिन क्या आपने कभी पानी से जुड़े तमाम दावों का फैक्ट चेक किया है? जानिए, इससे जुड़े तथ्यों की सच्चाई

जब भी जिंदा रहने के लिए सबसे जरूरी चीज की बात होगी, तो पानी (Water) की अहमियत सबसे खास होगी…ठीक ही तो है, पानी के अनगिनत फायदे हैं, जैसे “हाइड्रेटेड रहें (Stay Hydrated)” ये एक डिफ़ॉल्ट एडवाइज है, जिसे आप कई लाइफस्टाइल आर्टिकल्स में देखेंगे और लोग भी अक्सर कहते ही रहते हैं. दरअसल, शरीर का लगभग 70 प्रतिशत हिस्सा पानी है. पानी के बिना जिंदगी जीने की कल्पना भी नहीं की जा सकती है. इसलिए शरीर में पानी की कमी पूरी करने के लिए दिन में कम से कम 8 गिलास पानी पीना आवश्यक होता है. लेकिन बहुत लोग पानी पीने में कोताही बरतते हैं जिसके चलते कई बार शरीर में पानी की कमी हो जाती है. इतना ही नहीं पानी का वजन घटाने से भी कनेक्शन है.

इंटरनेट पर बहुत सारी रिसर्च और स्टडीज उपलब्ध हैं जिनमें ये बताया गया है कि ढेर सारा पानी पीने से आपको वजन घटाने के प्रोसेस में मदद मिल सकती है. लेकिन क्या आपने कभी दिन में सबसे ज्यादा पी जाने वाली इस चीज से जुड़े इन दावों की तथ्य-जांच की है? अगर नहीं, तो हम इस संबंध में कुछ तथ्य पेश करने के साथ-साथ, पानी से जुड़े कुछ मिथकों का भी भंडाफोड़ करेंगे.

पानी और वजन घटाने में संबंध
सबसे पहले पानी से जुड़े सबसे बड़े फायदे के बारे में जानकारी देते हैं. कुछ लोगों का मानना है कि ज्यादा पानी पीना वजन को बढ़ने से रोकता है. वैसे यह सच नहीं है कि पानी वजन घटाने में मदद करता है. पानी में वजन घटाने का कोई गुण नहीं होता है. पानी केवल उन जड़ी-बूटियों और मसालों के लिए एक माध्यम के रूप में कार्य करता है, जिन्हें पानी के साथ लेने पर आपके वजन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है.

ज्यादा पानी पीना बेहतर
किसी चीज को ज्यादा मात्रा में लेना ठीक नहीं है, फिर चाहे ये बात पानी के संदर्भ में ही क्यों ना हो. बहुत ज्यादा पानी पीने से आपके शरीर में सोडियम का लेवल काफी कम हो सकता है, जो घातक साबित हो सकता है. इस विशेष घटना को हाइपोनेट्रेमिया (Hyponatremia) या जल विषाक्तता (Water Toxicity) के रूप में जाना जाता है.

प्यास का मतलब डिहाईड्रेटेड नहीं
एक और भ्रांति है जो प्यास से जुड़ी है. वो ये है कि प्यास लगने पर लोग आमतौर पर सोचते हैं कि वे डिहाईड्रेट हो गए हैं. प्यास डिहाईड्रेशन का एक गलत मापदंड है. कभी-कभी, प्यास लगने का एहसास होने से पहले ही शरीर में फ्ल्यूड लेवल (fluid level ) 4 प्रतिशत गिर जाता है. यदि आप वास्तव में देखना चाहते हैं कि क्या आप पर्याप्त तरल पदार्थ पी रहे हैं, तो आपको अपने यूरीन (मूत्र) के कलर पर ध्यान देना चाहिए.

‘8 गिलास पानी’ सलाह
ज्यादातर लोग एक प्रचलित कॉन्सेप्ट को मानते हुए, हर दिन 8 गिलास पानी पीने की एडवाइज फॉलो करते हैं. हालांकि, ये कुछ लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि हाइड्रेशन का लेवल हर किसी के लिए अलग होता है. ये किसी व्यक्ति के एक्टिविटी लेवल, हेल्थ और डाइट के आधार पर अलग होता है.

पानी और भूख
पानी भूख को मारने का बड़ा हथियार है. वजन घटाने की जर्नी के दौरान, एक व्यक्ति को खाने से पहले पानी पीने की सलाह दी जाती है ताकि उसका खाने का हिस्सा कम हो जाए. ऐसा करने से आप अपने आप कम कैलोरी की खपत करेंगे.

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