अगर आप भी एक सेकेंड हैंड कार खरीदने का प्लान बना रहे हैं और उसे फाइनेंस कराना चाहते हैं तो यहां आपको कुछ तरीके बताने जा रहे हैं. जिन्हें फॉलो कर आप कम ब्याज दर पर और आसानी से पुरानी कार को फाइनेंस करा सकते हैं.
नई दिल्ली. देश में पिछले कुछ सालों में पुरानी यानी सेकेंड हैंड कारों की बिक्री में काफी इजाफा हुआ है. अब ज्यादातर कार कंपनियां भी सेकेंड हैंड कार बेच रही हैं. इसके अलावा ये कंपनियां इन कारों पर फाइनेंस सुविधा भी उपलब्ध करा रही हैं. यहं तक कि अब तो पुरानी कारों को भी जीरो डाउन-पेमेंट के ऑप्शन साथ फाइनेंस करा सकते हैं, लेकिन पुरानी कारों को फाइनेंस कराने पर ज्यादा ब्याज लग जाता है.
अगर आप भी एक सेकेंड हैंड कार खरीदने का प्लान बना रहे हैं और उसे फाइनेंस कराना चाहते हैं तो यहां आपको कुछ तरीके बताने जा रहे हैं. जिन्हें फॉलो कर आप कम ब्याज दर पर और आसानी से पुरानी कार को फाइनेंस करा सकते हैं.
कम्पेयर कर लें इंटरेस्ट रेट
सेकेंड हैंड कार खरीदने के लिए आप बैंक या गैर-बैंकिंग कंपनी से लोन प्राप्त कर सकते हैं. हालांकि, सेकेंड हैंड कार पर लोन लेने पर ज्यादा ब्याज देना पड़ता है. प्री-ओन्ड कार लोन की दरें लगभग 10% से शुरू होती हैं, जबकि नई कारों पर लोन की दरें लगभग 7% से कम हैं. यह ब्याज दर ग्राहक की क्रेडिट हिस्ट्री और कार के टाइप पर भी डिपेंड करती हैं. इसलिए जरूरी है कि लोन लेते वक्त ब्याद दर को अच्छी तरह से कम्पेयर कर लें.
पर्सनल लोन लेकर खरीद सकते हैं कार
कार खरीदने के लिए आप प्री-अप्रूव्ड पर्सनल लोन का ऑप्शन भी चुन सकते हैं. जो लोग अपनी पुरानी कार खरीदने के लिए कार लोन लेने की योजना बना रहे हैं, उन्हें अपने क्रेडिट प्रोफाइल पर उपलब्ध पर्सनल लोन ऑफर की भी जांच करनी चाहिए. पर्सनल लोन तुलनात्मक रूप से सस्ते होते हैं. अपने क्रेडिट प्रोफाइल के आधार पर खरीदार बड़ा लोन अमाउंट, ज्यादा समय के लिए और कम ब्याज पर लोन प्राप्त कर सकते हैं.
ये भी है एक तरीका
ऐसे ग्राहक जिन्होंने पहले से घर के लिए होम लोन ले रखा है, वे टॉप-अप होम लोन का ऑप्शन चुन सकते हैं. ऐसे ग्राहकों को बचे हुए लोन पीरियड और बकाया लोकन अमाउंट के आधार पर टॉप-अप होम लोन का लाभ उठाने से उन्हें लंबी अवधि और कम ब्याज दर पर ज्यादा लोन मिल सकता है.