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Insurance Companies Stock: GIC से लेकर LIC तक, जानिए कैसे सरकारी बीमा कंपनियों के शेयरों के निवेशकों को हो रहा भारी नुकसान?

Insurance Companies Share: बीमा कंपनियां अपने पॉलिसीधारकों को सुरक्षा कवच प्रदान करती हैं. लेकिन सरकारी बीमा कंपनियों के शेयरों में में निवेश करने वाले निवेशकों की गाढ़ी कमाई लुटती जा रही है.

Insurance Companies Stock Update: कहने को बीमा कंपनियां अपने पॉलिसीधारकों ( Policyholders) को सुरक्षा कवच प्रदान करती हैं. लेकिन सरकारी बीमा कंपनियों में निवेश करने वाले निवेशकों की गाढ़ी कमाई लुटती जा रही है.मई महीने में देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी लाइफ इँश्योरेंस कॉरपोरेशन ( LIC) की स्टॉक एक्सचेंज ( Stock Exchange) पर लिस्टिंग हुई है. एलआईसी के शेयर की लिस्टिंग के बाद से ही निवेशकों को भारी नुकसान हो रहा है.  दरअसल ये कोई पहला मौका नहीं है जब किसी सरकारी बीमा कंपनी के शेयर की स्टॉक एक्सचेंज पर पिटाई हुई है. बीते पांच सालों में जितनी भी सरकारी बीमा कंपनी आईपीओ लेकर आई हैं उनके शेयर में निवेश करने वाले निवेशकों की पूंजी में भारी सेंध लग चुका है. 

GIC के शेयर का हाल
साल 2017 में जनरल इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (GIC RE) का आईपीओ बाजार में आया था. तब जीआईसी का आईपीओ तीसरा सबसे बड़ा आईपीओ था. उससे पहले कोल इंडिया 15,200 करोड़ रुपये और रिलायंस पावर 11,000 करोड़ रुपये का आईपीओ लेकर आई थी. जीआईसी ने आईपीओ के जरिए बाजार से 11,370 करोड़ रुपये जुटाये. कंपनी ने 912 रुपये का इश्यू प्राइस तय किया था. आईपीओ लाने के एक साल बाद ही कंपनी ने एक शेयर के बदले एक बोनस शेयर दिया. जिससे प्रति शेयर निवेश की रकम 912 से घटकर 456 रुपये रह गया. लेकिन जीआईसी के शेयर की ऐसी पिटाई हुई कि 3 जून, 2022 को शेयर 120 रुपये के करीब ट्रेड कर रहा है. यानि निवेशकों को प्रति शेयर 336 रुपये का नुकसान हो रहा है. मतलब निवेशकों को 74 फीसदी अपने निवेश पर नुकसान हो रहा है. 

New India Insurance के शेयर का हाल
2017 में ही जीआईसी के आईपीओ के बाद जनरल इंश्योरेंस कंपनी न्यू इंडिया इंश्योरेंस (New India Assurance) अपना आईपीओ लेकर आई. कंपनी ने आईपीओ के जरिए 9,600 करोड़ रुपये जुटाये. कंपनी ने 800 रुपये प्रति शेयर इश्यू प्राइस तय किया था. न्यू इंडिया इंश्योरेंस (New India Assurance) ने भी 2018 में निवेशकों को एक शेयर के बदले एक शेयर बोनस के रूप में दिया. लेकिन बोनस देने पर शेयर की संख्या बढ़ने के साथ कीमत आधी रह जाती है. यानि 400 रुपये प्रति शेयर निवेशकों पर भार आया. लेकिन आज की तारीख में न्यू इंडिया इंश्योरेंस (New India Assurance) का शेयर 101 रुपये के करीब ट्रेड कर रहा है. निवेशकों को 300 रुपये प्रति शेयर नुकसान हो रहा है. यानि 75 फीसदी के करीब. 

LIC का भी वही हाल
इस वर्ष मई महीने में देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी एलआईसी अपना आईपीओ लेकर आई  जो भारत के आईपीओ बाजार के इतिहास का सबसे बड़ा आईपीओ था. एलआईसी ने आईपीओ के जरिए बाजार से 20,557 करोड़ रुपये जुटाये हैं. लेकिन लिस्टिंग के बाद से एलआईसी के शेयर में गिरावट थमने का नाम नहीं ले रहा है. लाइफ इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (LIC) का शेयर  801 रुपये के निचले स्तरों तक जा लुढ़का है. 949 रुपये के आईपीओ प्राइस के लिहाज से एलआईसी का मार्केट कैपिटलाइजेशन ( Market Capitalization) 6,00,242 करोड़ रुपये के करीब था. जो घटकर 5.06 लाख करोड़ रुपये के करीब जा लुढ़का है. निवेशकों को अब 148 रुपये प्रति शेयर का नुकसान उठाना पड़ रहा है. यानि निवेशकों को 94,000 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ रहा है. 

निजी बीमा कंपनियों ने दिए शानदार रिटर्न
सरकारी बीमा कंपनियों के शेयर ने भले ही निवेशकों को निराश किया हो लेकिन निजी बीमा कंपनियों के शेयर ने निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया है. जिसमें HDFC Life, ICICI Lombard, ICICI Prudential के साथ एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस का शेयर शामिल है. 

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