Delhi Yamuna News- 2025 तक यमुना को स्वच्छ बनाएंगे। कोरोनेशन प्लांट से पानी को एडवांस ट्रीटमेंट प्लांट में लाया जाएगा। इसके बाद पानी को पल्ला लाकर यमुना के जरिये वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में लाएंगे जिसके बाद 50-60 एमजीडी पानी पीने में इस्तेमाल कर सकेंगे।
नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। राजधानी दिल्ली में बह रही यमुना का प्रदूषण किसी से छिपा नहीं है। पहले कांग्रेस और भाजपा यमुना को पूरी तरह से साफ करने की बातें कहती रहीं, एक समय तो यमुना को टेम्स तक बनाने की बात कही गई मगर सब कोरी साबित हुई। अब दिल्ली में राज कर रही आम आदमी पार्टी ने भी इसको साफ करने का बीड़ा उठाया है। अरविंद केजरीवाल सरकार नियम और नीतियां बनाकर यमुना को साफ करने पर जोर दे रही है। इसी बीच समाचार एजेंसी एएनआइ ने यमुना में प्रदूषण का एक वीडियो जारी किया। इस वीडियो को देखकर कवि कुमार विश्वास ने तंज कसा।
उनका ये तंज किस पर है इसको बताने की जरूरत नहीं है। अपने ट्विटर हैंडल से एएनआइ के उस वीडियो को रिट्वीट करते हुए उन्होंने जो लिखा है उस एक लाइन को पढ़कर सभी समझ सकते हैं कि वो किस पर तंज कर रहे हैं। उन्होंने लिखा है कि यह झूठी बात है। हम कट्टर देशभक्त पार्टी हैं।मैंने खुद यमुना जी के काग़ज़ देखे हैं
इससे पहले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को बुराड़ी स्थित कोरोनेशन प्लांट का निरीक्षण किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि देश के सबसे बड़े कोरोनेशन प्लांट से यमुना साफ होगी और दिल्ली की प्यास भी बुझेगी। यह 70 एमजीडी क्षमता का पूरी तरह से स्वचालित प्लांट है। उन्होंने कहा कि 2025 तक यमुना को स्वच्छ बनाएंगे। इस पर युद्ध स्तर से काम चल रहा है। कोरोनेशन प्लांट से पानी को एडवांस ट्रीटमेंट प्लांट में लाया जाएगा। इसके बाद पानी को पल्ला लाकर यमुना के जरिये वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में लाएंगे, जिसके बाद 50-60 एमजीडी पानी पीने में इस्तेमाल कर सकेंगे।
उन्होंने बताया कि कोरोनेशन एसटीपी के पूरा होने से एक तरफ सीवर साफ होगा, जिससे यमुना साफ होगी और दूसरी तरफ पीने के पानी में भी वृद्धि होगी। केंद्र सरकार से इस पानी को पीने में इस्तेमाल करने के लिए अनुमति मिल गई है और अपर यमुना रिवर बोर्ड ने सारे पैरामीटर्स पर जांच की है। इस दौरान दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष सौरभ भारद्वाज और वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली का जितना भी सीवर का पानी यमुना में जाता है, उसे साफ कर यमुना में डाला जाए। उन्होंने कहा कि कोरोनेशन प्लांट प्रतिदिन 70 एमजीडी सीवर को ट्रीट कर सकता है। यह एक आधुनिक प्लांट है। यहां सबकुछ स्वचालित है, इसमें स्काडर सिस्टम लगा है, जिसके जरिये बटन को दबाकर पूरे प्लांट में किसी भी मशीनरी को शुरू किया जा सकता है और किसी भी मशीनरी को बंद किया जा सकता है। सिंगापुर की तर्ज पर इस तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। इस प्लांट पर 515.07 करोड़ रुपये खर्च होगा। इन क्षेत्रों के अपशिष्ट जल को शोधित किया जाएगा
ओखला में भी बन रहा है प्लांट
कोरोनेशन प्लांट की ही तरह ओखला में भी प्लांट बनाया जा रहा है। वह 120 एमजीडी क्षमता का प्लांट है। अगले दो-तीन दिन में मुख्यमंत्री उसका भी निरीक्षण करेंगे। अभी यहां से पानी एडवांस ट्रीटमेंट प्लांट में जाएगा। वहां से पानी पल्ला में जाएगा और फिर वजीराबाद ट्रीटमेंट प्लांट में जाएगा। इस तरह से पूर्वी दिल्ली समेत कुछ एरिया के अंदर इस पानी का इस्तेमाल किया जा सकेगा।