एनपीएस के जरिए आप हर साल 50,000 रुपये के अतिरिक्त निवेश पर टैक्स छूट प्राप्त कर सकते हैं. इसका अधिकांश हिस्सा इक्विटी में लगा होता है इसलिए लंबी अवधि में इससे आपको ईपीएफओ से बहुत बेहतर रिटर्न मिल सकता है.
नई दिल्ली. अगर आप एक करदाता हैं और टैक्स बचाने का तरीका सोच रहे हैं तो एनपीएस यानी नेशनल पेंशन सिस्टम आपके लिए एक बेहरीन निवेश विकल्प साबित हो सकता है. इसमें आपको रिटायरमेंट के बाद अच्छी पेंशन तो मिलती ही है. इसके अलावा आप हर साल टैक्स छूट भी क्लेम कर सकते हैं.
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लोग टैक्स बचाने के लिए कई स्कीम्स में निवेश करते हैं. उन्हें एनपीएस को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. युवाओं को भले ही रिटायरमेंट दूर की कौड़ी लगे लेकिन वह जितना जल्दी इसमें निवेश करेंगे उनकी पेंशन उतनी बेहतर होती जाएगी. साथ ही वह इसकी मदद से काफी टैक्स बचाकर टेक होम सैलरी बढ़ा सकते हैं. मिंट में छपे एक लेख में माई फन बाजार के सीईओ विनीत खंडारे कहते हैं कि एनपीएस में निवेश से आप अतिरिक्त 50,000 रुपये तक की टैक्स छूट प्राप्त कर सकते हैं. इसके अलावा आप एनपीएस में फंड मैनेजर्स और फंड एलोकेशन विकल्पों में से भी चुन सकते हैं. आपको इन 5 कारणों से टैक्स प्लानिंग में एनपीएस को शामिल करना चाहिए.
टैक्स बचत
आप प्रति वर्ष 2 लाख रुपये तक के निवेश पर टैक्स छूट प्राप्त कर सकते हैं. टैक्सबडी. कॉम के सुजीत बांगर कहते हैं कि इसके तहत आप 1.5 लाख के निवेश पर तो टैक्स बेनिफिट क्लेम कर ही सकते हैं. साथ ही 50,000 रुपये तक के अतिरिक्त निवेश पर भी टैक्स बेनिफिट ले सकते हैं.
ईपीएफ का अच्छा विकल्प
एनपीएस में आप केवल टैक्स नहीं बचा रहे हैं बल्कि रिटायरमेंट के बाद एक संपन्न जीवन के लिए अच्छी रकम बटोर रहे हैं. लंबी अवधि में आप उम्मीद कर सकते हैं कि एनपीएस आपको ईपीएफओ से अच्छा रिटर्न देगा.
मैच्योरिटी पर टैक्स नहीं
स्कीम की मैच्योरिटी पूरी होने पर आपके खाते में मौजूद रकम का 60 फीसदी मिल जाएगा. जबकि 40 फीसदी हिस्सा आपको पेंशन के रूप में मासिक रुप से दिया जाएगा. हालांकि, 60 फीसदी हिस्से पर भी कोई टैक्स नहीं लगेगा.
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फ्लेक्सिबल निवेश पैटर्न
आप निवेश का पैटर्न और फंड मैनेजर अपनी मर्जी से बदल सकते हैं. इससे यह सुनिश्चित होता है कि आप अपने तरीके से रिटर्न को बढ़ा सकते हैं
लॉक-इन पीरियड
युवाओं को इसका लॉक-इन पीरियड भले थोड़ा खटक सकता है लेकिन लंबी अवधि का सोचने पर यह उनके लिए रिटायरमेंट के बाद भी अच्छी आय का बेहतरीन विकल्प है.