CDS appointment new Rules: नई गाइडलाइन के मुताबिक जो लोग लेफ्टिनेंट जनरल या जनरल के पद से सेवानिवृत्त हो गए हैं, लेकिन नियुक्ति की तारीख को उनकी उम्र 62 वर्ष से कम है, तो ऐसे लोग सीडीएस पद के लिए योग्य माने जाएंगे. मंत्रालय उनके नामों पर भी विचार करेगा.
CDS appointment new Rules: पिछले करीब 5 महीनों से खाली CDS के पद पर नई नियुक्ति के लिए नियमों में आज कुछ बदलाव किए गए हैं. रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को नियमों में संशोधन के लिए एक अधिसूचना जारी की. नई गाइडलाइन के मुताबिक जो लोग लेफ्टिनेंट जनरल या जनरल के पद से सेवानिवृत्त हो गए हैं, लेकिन नियुक्ति की तारीख को उनकी उम्र 62 वर्ष से कम है, तो ऐसे लोग सीडीएस पद के लिए योग्य माने जाएंगे. मंत्रालय उनके नामों पर भी विचार करेगा.
वर्किंग जनरल के नाम पर भी किया जाएगा मंथन
आपको बता दें कि CDS के पद के लिए सेवारत (Working) लेफ्टिनेंट जनरल या जनरल के समकक्ष के नाम पर भी विचार किया जा सकता है.
रिटायर्ड सेना प्रमुख बन सकेंगे CDS?
साथ ही एक और अधिसूचना सेना अधिनियम 1950 और नौसेना अधिनियम 1957 के तहत भी जारी की गई. इस अधिसूचना के मुताबिक तीनों सेनाध्यक्षों का कार्यकाल 3 साल की सर्विस या जब वे 62 वर्ष के हो जाते हैं, जो भी पहले हो, तक होता है. ऐसे केस में रिटायर्ड सेनाप्रमुखों के नाम CDS के पद के लिए भेजना थोड़ा मुश्किल है. क्योंकि आणतौर पर ऐसे लोग CDS के पद पर पहुंचने तक 62 वर्ष के हो चुके होते हैं.
दिसंबर 2021 से खाली है सीडीएस का पद
गौरतलब है कि जनरल बिपिन रावत की मौत के बाद से ही CDS का पद खाली है. उनकी मृत्यु दिसंबर 2021 में हेलीकॉप्टर हादसे के दौरान हुई थी. वह देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ थे और उनके निधन के बाद अब तक किसी और को यह पद नहीं सौंपा गया है.
क्यों बनाया गया ये पद?
बताते चलें कि सेना के विभिन्न अंगों के बीच आपसी समन्वय (Mutual Coordination) को बढ़ाने के लिए चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) का पद बनाया गया था. इस पद का प्रमुख उद्देश्य प्रशिक्षण, खरीद, भर्ती और संचालन में देश की तीनों सेनाओं के बीच एकजुटता लाना था. सीडीएस सैन्य मामलों के विभाग के दायरे में आने वाले मामलों पर काम करते हैं. सीडीएस की अगुवाई वाली इकाई थल सेना, नौसेना और वायु सेना तथा तीनों के एकीकृत मुख्यालय से संबंधित मामलों को देखती है.
इस अधिकारी के नाम पर लगाए जा रहे थे कयास
पहले CDS बिपिन रावत की मौत के बाद ऐसे कयास लगाये जा रहे थे कि सेना प्रमुख के पद से 30 अप्रैल को रिटायर होने के बाद जनरल एम एम नरवणे को देश का दूसरा CDS बना दिया जाएगा, लेकिन अब वो रिटायर भी हो चुके हैं और ये पद अब तक खाली है.
इस दिन जनरल रावत ने संभाली थी कमान
आपको बताते चलें जनरल रावत दिसंबर 2019 में सेना प्रमुख के पद से रिटायर हुए थे और उन्होंने 1 जनवरी 2020 को CDS के रूप में पदभार ग्रहण किया था.
(इनपुट- समाचार एजेंसी IANS)