RBI Monetary Policy News: देश में क्रेडिट डिमांड बढ़ता जा रहा है जिसे पूरा करने के लिए बैंकों को अतिरिक्त नगदी की जरुरत है. अगर RBI फिर से सीआरआर बढ़ाता है तो बैंकों के पास नगदी की कमी हो जाएगी.
RBI Monetary Policy: बुधवार 8 जून, 2022 को आरबीआई (RBI) द्विमासिक मॉनिटरी पॉलिसी ( Bimonthly Monetary Policy) का ऐलान करेगा. कयास लगाया जा रहा है कि आरबीआई ( RBI) इस पॉलिसी में एक बार फिर रेपो रेट ( Repo Rate) से लेकर सीआरआर ( Cash Reserve Ratio) में बढ़ोतरी कर सकता है. लेकिन उससे पहले बैंकों ने आरबीआई से सीआरआर ( Cash Reserve Ratio) नहीं बढ़ाने की अपील की है.
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CRR नहीं बढ़ाने की अपील
दरअसल देश में क्रेडिट डिमांड बढ़ता जा रहा है जिसे पूरा करने के लिए बैंकों को अतिरिक्त नगदी की जरुरत है. अगर आरबीआई ने फिर से सीआरआर को बढ़ाया तो बैंकों के पास नगदी की कमी हो जाएगी. 4 मई 2022 को आरबीआई ने सीआरआर में 50 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी कर 4 फीसदी से बढ़ाकर 4.50 फीसदी करने का ऐलान किया था जिसके बाद बैंकों के पास मौजूद 90,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त नगदी बैंकिंग सिस्टम से चला गया. मौजूदा समय में सीआरआर 4.50 फीसदी है. बैंकों ने 8.17 लाख करोड़ रुपये सीआरआर के तौर पर आरबीआई के पास डिपॉजिट्स है. फिलहाल बैंकों के पास 3.50 लाख रुपये की अतिरिक्त नगदी मौजूद है. अगर आरबीआई ने फिर से सीआरआर को आधा फीसदी बढ़ाया तो 90,000 करोड़ रुपये फिर से बैंकिंग सिस्टम में चला जाएगा.
क्या होता है सीआरआर
कैश रिजर्व रेशियो बैंकों के पास डिपॉजिट्स का वो हिस्सा है जो बैंकों को आरबीआई के पास जमा रखना होगा. और बैंक जो सीआरआर के तौर पर आरबीआई के पास रकम जमा रखते हैं उन्हें उसपर ब्याज भी नहीं मिलता है. हालांकि उन डिपॉजिट्स पर बैंकों को अपने कस्टमर्स को जरुर ब्याज देना होता है. बैंकों को उम्मीद है कि कर्ज की मांग बढ़ेगी इसी के चलते वे आरबीआई से सीआरआर नहीं बढ़ाने की अपील कर रहे हैं.
क्यों बढ़ा सीआरआर
दरअसल महंगाई लगातार बढ़ती जा रही है. इसकी बड़ी वजह बाजार में मौजूदा ज्यादा नगदी को माना जा रहा है. जो महंगाई बढ़ाने का काम कर रही है. यही वजह है कि बैंकों के पास मौजूदा ज्यादा नगदी को सोकने के लिए आरबीआई ने सीआरआर में 50 बेसिस प्वाइंट बढ़ाने का फैसला किया था. बैंकों को कुल जमा का 4.50 फीसदी रकम आरबीआई के पास सीआरआर के तौर पर जमा रखना होगा. यानि बैंकिंग सिस्टम में मौजूदा अतिरिक्त नगदी घट जाएगी.