Second Hand Car मार्केट अन्य मार्केट की तरह ही जोखिम भरा है, जरा सी गलती आपके लाखों रूपये डुबो सकती है, तो चलिए बात कर लेते हैं सेकंड हैंड कार खरीदते समय आपको किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए-
Second Hand Car: आज के समय में उच्चवर्गीय लोगों की बात हो या मध्यमवर्गीय की, दोनों ही वर्गों में कारों का जबरदस्त क्रेज देखने को मिलता है. मध्यमवर्गीय लोगों की बात करें तो कभी-कभी इस वर्ग के सामने आर्थिक समस्या होने के कारण अपनी पसंदीदा कार खरीदने से वंचित हो जाते हैं तो ऐसे में सेकंड हैंड कार, आपके सामने एक ऑप्शन के तौर नज़र आती है. ऐसे में सेकंड हैंड कारों का मार्केट अच्छा खासा फल फूल रहा है. इस मामले में कई कार कम्पनियों ने अपना खुद का सेकंड हैंड डिवीजन भी खोल रखा है और आपको बता दें कि कई नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनियां इन कारों को खरीदने में आपको लोन जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध करा रहीं हैं.
सेकंड हैंड कार मार्केट अन्य मार्केट की तरह ही जोखिम भरा है, जरा सी गलती आपके लाखों रूपये डुबो सकती है, तो चलिएबात कर लेते हैं सेकंड हैंड कार खरीदते समय आपको किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ताकि आप किसी भी तरह की समस्या में ना पड़े.
गाड़ी के डॉक्यूमेंट को करें चेक- सबसे पहले आप कार के सभी इंपॉर्टेंट डाक्यूमेंट्स को चेक कर लें. साथ ही रजिस्ट्रेशन इंश्योरेंस और कार का सर्विस रिकॉर्ड भी देख लें. सेकंड हैंड कार लेते समय RC की ओरिजिनल कॉपी जरूर लें. सेकंड हैंड गाड़ी के ओरिजिनल बिल की कॉपी भी कार विक्रेता से जरूर लें क्योंकि इसमें चेसिस नंबर, डिलीवरी की तारीख और इंजन नंबर होते हैं.
तैयार करें कार का बजट- कोई भी कार लेने के लिए सबसे जरूरी है, कार का बजट. इस प्रकार सेकंड हैंड कार लेने से पहले अपना बजट जरूर बनाएं और इस बात का भी ध्यान रखें कि आपके बजट रेंज में कौन-कौन सी गाड़ियां उपलब्ध है. सेकंड हैंड कार खरीदने के बाद उस पर होने वाला मेंटीनेंस आदि अन्य चीजों का खर्चा भी अपने बजट में जरूर शामिल करें.
बजट के मुताबिक हो कार का मॉडल- गाड़ी का बजट तैयार हो जाए तो उसके बाद आपको यह पता करना है कि इस बजट में किस कंपनी का कौन सा मॉडल लिया जा सकता है, जानकारी के लिए आपको बता दें कि सेकंड हैंड कार मार्केट में लगभग हर कंपनी के मॉडल की कार, उपलब्ध है. कार लेते समय जरूरी यह भी है कि जहां भी आप कार लेने जा रहे हैं वहां पर गाड़ी के एक से अधिक मॉडल मौजूद हो.
डीलर के चुनाव में रखें सावधानी- डीलर के चुनाव में आपको काफी सावधानी बरतने की जरूरत होती है. इसके साथ ही कई कार कंपनियों के अपने यूज कार के प्लेटफार्म होते हैं, जिसमें मारुति सुजुकी कार की True वैल्यू और हुंडई का एच प्रॉमिस आदि. तो इस प्रकार आप मारुति सुजुकी और हुंडई जैसी कंपनियों की सेकंड हैंड कारों को भी खरीद सकते हैं. जानकारी के मुताबिक यह कार कंपनियां सेकंड हैंड कार की खरीद पर नई कार की तरह ही वारंटी और फ्री सर्विस की सुविधा उपलब्ध करवाती है. सेकंड हैंड कार लेते समय आप इंटरनेट की मदद भी ले सकते हैं. पुरानी गाड़ियों की खरीद और बिक्री के लिए इंटरनेट एक सशक्त माध्यम माना जाता है क्योंकि कई कार वेब साइड पर आपको अतिरिक्त ऑफर के साथ डिस्काउंट भी देखने को मिल जाता है.
अच्छे से करें कार की जांच- सेकंड हैंड कार खरीदने से पहले आप कार का क्लच, ब्रेक, गियर , एक्सीलेटर आदि को जांच ले. और साथ ही कार की टेस्ट ड्राइव जरूर करें. सबसे जरूरी बात यह है कि आप डीलर से यह जानकारी ले लें कि कहीं कार का कोई एक्सीडेंट तो नहीं हुआ है. सेकंड हैंड कार को लेते समय आपको कुछ जानकारियां जैसे- टायर, बैटरी, सीट, गाड़ी कितनी दूर तक चली है और स्क्रेच, आदि की संपूर्ण जानकारी के साथ ही कार के इंजन परफॉर्मेंस और कार की माइलेज को भी अच्छी तरीके से परख लें.
अपने नाम पर इंश्योरेंस करवाएं- सेकंड हैंड कार लेते समय अगर RC आपके नाम पर रजिस्टर्ड है और इंश्योरेंस गाड़ी के पुराने मालिक के नाम पर है तो आपकी इंश्योरेंस पॉलिसी को रद्द किया जा सकता है इसलिए रजिस्ट्रेशन ट्रांसफर करवाने के बाद आपके नाम पर ही वैलिड इंश्योरेंस होना आवश्यक है.
फर्स्ट ड्राइव से पहले कार की कराएं सर्विस- सेकंड हैंड कार को खरीदने के बाद उसमें सभी तरह के आयल को बदलवा दें और साथ ही इंटीरियर और एक्सटीरियर को पूरी तरह से साफ करवा ले.
सेकंड हैंड कार का बाजार- वर्तमान समय में आपको सेकंड हैंड कार खरीदने की सुविधा ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनो माध्यमों में उपलब्ध है. यह बाज़ार इन दिनों काफी तेज़ी से बढ़ा है. वहीं कई कार कम्पनियों के पास अपना सेकंड हैंड डिविजन भी है जहां आपको पुरानी गाड़ियां किफायती दामों में मिल जाएंगी, जहां से आप कोई भी पुरानी कार खरीद सकते हैं. आप कई नॉन बैंकिंग फाइनेंस कम्पनियों से लोन की सुविधा भी ले सकते है.