Tulsi Plant Tips: हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे का विशेष महत्व है. इसे घर में लगाते समय कई बातों और नियमों का ध्यान रखा जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं इसे घर में लगाने के लिए सही समय का पता होना भी बहुत जरूरी है. आइए जानें.
Tulsi Planting Tips: हिंदू धर्म में तुलसी को मां लक्ष्मी का रूप माना जाता है, मान्यता है कि तुलसी की नियमित रूप से पूजा-अर्चना करने से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है. घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है. लेकिन वास्तु शास्त्र में तुलसी के साकारात्मक लाभ के लिए सही दिशा, सही जगह पर लगाने की सलाह दी गई है. लेकिन तुलसी को हरा-भरा रखने और मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए सिर्फ इतना ही काफी नहीं है. बल्कि, तुलसी को सही समय पर लगाने से भी सही से फलती-फूलती है. आइए जानते हैं तुलसी के पौधे को लगाने का सही समय.
घर में इस समय लगाएं तुलसी का पौधा
– हिंदू धर्म में वैसे तो हर दिन किसी न किसी देवी-देवता को समर्पित है. लेकिन फिर भी कुछ विशेष दिन का अलग महत्व होता है. अगर इस दिन तुलसी का पौधा लगाया जाता है, तो मां लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है. अगर आप घर में तुलसी का पौधा लगाना चाहते हैं तो सबसे उत्तम माह कार्तिक का होता है. और कार्तिक माह के गुरुवार के दिन घर में तुलसी का पौधा लगाना बेहद शुभ माना जाता है. इस दिन पौधा लगाने से भगवान विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त होती है.
– वहीं, चैत्र माह में गुरुवार और शुक्रवार के दिन भी तुलसी का पौधा लगाया जा सकता है.
– ऐसा माना जाता है कि अप्रैल से जून के बीच अगर घर में तुलसी का पौधा लगाया जाए, तो पौधे की ग्रोथ अच्छी होती है. लेकिन इसके लिए पौधे को धूप और गर्मी से बचाने के लिए विशेष ध्यान की जरूरत होती है.
– अगर आर्थिक तंगी से परेशान हैं तो घर में शनिवार के दिन तुलसी का पौधा लगाएं.
– इसके साथ ही, तुलसी का पौधा लगाते समय ये भी ध्यान रखें कि ये अभिजीत मुहूर्त में ही लगाएं. बता दें कि अभिजीत मुहूर्त प्रतिदिन सुबह 11 बजकर 21 मिनट से शुरू होकर, 12 बजकर 4 मिनट तक होता है.
इस दिन और तिथि को भूलकर न लगाएं तुलसी
जैसे तुलसी का पौधा लगाने के दिन होते हैं. वैसे ही तुलसी का पौधा न लगाने के भी दिन बताए गए हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार तुलसी का पौधा भूलकर भी सोमवार, रविवार और बुधवार के दिन न लगाएं. साथ ही, एकादशी तिथि पर भी नहीं लगाना चाहिए.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. )