पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (POMIS) में निवेशकों को गारंटिड रिटर्न मिलता है. इसमें निवेशकों को 6.6 फीसदी ब्याज अभी मिल रहा है. इस योजना में न्यूनतम 1000 रुपये का निवेश किया जा सकता है.
नई दिल्ली. डाकघर की छोटी बचत योजनाएं निवेश के लिहाज से बहुत सुरक्षित मानी जाती हैं. यही कारण है कि ऐसे लोग जो जोखिम नहीं लेना चाहते, वो इन छोटी बचत योजनाओं में काफी निवेश करते हैं. सरकार समर्थित होने कारण लोगों का इन पर ज्यादा भरोसा होता है. इसके साथ ही इनमें रिटर्न भी निश्चित मिलता है. इसलिए इनमें निवेश करने वाले को पता होता है कि मेच्योरिटी पर उसे कितना पैसा मिलेगा.
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पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम भी एक ऐसी ही योजना है जिसमें गारंटीड रिटर्न मिलता है. पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम में 6.6 फीसदी का सालाना ब्याज मिलता है. यह स्कीम पांच साल बाद मेच्योर होती है. यानी 5 साल बाद आपको गारंटीड मंथली इनकम होने लगेगी. इसे पांच साल बाद पांच और साल के लिए आगे भी बढ़ाया जा सकता है. अगर मैच्योरिटी से पहले अकाउंट होल्डर की मृत्यु हो जाती है तो पैसे नॉमिनी को दे दिये जाएंगे. पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम में सिर्फ 1000 रुपये में अकाउंट खोला जा सकता है.
पांच हजार रुपये महीना इनकम
पोस्ट ऑफिस मंथली इनक मस्कीम में 6.6 फीसदी सालाना ब्याज दिया जा रहा है. अगर किसी निवेशक ने इसमें जॉइंट अकाउंट के जरिए 9 लाख रुपये का निवेश किया है तो सालाना 6.6 फीसदी की दर से उसे 59,400 रुपए मिलेंगे. अगर एक महीने के हिसाब से देखें तो यह 4,950 रुपए होते हैं. इसे निवेशक हर महीने ले सकता है. ये सिर्फ ब्याज की राशि है निवेशक का मूलधन वैसे का वैसा ही रहेगा.
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कितना कर सकते हैं निवेश
पोस्ट ऑफिस की मंथली इनकम स्कीम के तहत सिंगल और जॉइंट, दोनों अकाउंट खोले जा सकते हैं. इसमें सिंगल अकाउंट में अधिकतम 4.5 लाख रुपये और जॉइंट अकाउंट में अधिकतम 9 लाख रुपये निवेश एक व्यक्ति कर सकता है. इस योजना में कोई भी भारतीय नागरिक निवेश कर सकता है जिसकी उम्र 18 साल से ज्यादा है.
एक साल से पहले नहीं निकाल सकते राशि
मंथली इनकम स्कीम योजना में 1 साल से पहले आप अपनी जमा राशि नहीं निकाल सकते. वहीं अगर मैच्योरिटी पीरियड पूरी होने से पहले यानी 3 से 5 साल के बीच पैसे निकाले हैं तो मूलधन में से 1 फीसदी की राशि काटकर वापस कर दी जाएगी. वहीं मैच्योरिटी पीरियड पूरा होने पर पैसे निकालते हैं तो स्कीम के सारे फायदे मिलेंगे.