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Shani Gochar 2022: 2025 तक बचकर रहें इस राशि के लोग, शनि करेंगे जमकर परेशान! जानें वजह और बचने के उपाय

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Vakri Shani Gochar 2022: शनि का गोचर कुछ राशियों पर साढ़े साती-ढैय्या जैसी महादशा शुरू कर देता है तो कुछ की ये महादशा खत्‍म कर देता है. इस समय 3 राशियां साढ़े साती और 2 राशियां ढैय्या की चपेट में है, जिनमें से एक राशि के जातकों को शनि देव 2025 तक जमकर परेशान कर सकते हैं. 

Shani Sade Sati 2022: शनि की साढ़े साती और ढैय्या का नाम सुनते ह लोगों के मन में डर का भाव आ जाता है. बीते अप्रैल में शनि गोचर हुआ है. शनि ने अपनी ही राशि कुंभ में प्रवेश किया था. इसके साथ ही मीन राशि पर साढ़े साती शुरू हो गई थी और धनु राशि के जातकों को साढ़े साती से मुक्ति मिल गई थी. इस समय शनि कुंभ राशि में हैं और 2025 तक इसी राशि में रहेंगे. 

बहुत कष्‍ट देती है शनि की साढ़े साती 

साढ़े 7 साल तक चलने वाली शनि की साढ़े साती बहुत कष्‍ट देती है. यह एक साथ 3 राशियों पर चलती है और इसके 3 चरण होते हैं. साढ़े साती के पहले चरण में शनि जातक को आर्थिक परेशानियां देता है. यानी कि उसे धन हानि, आय में रुकावट, फिजूलखर्ची जैसी समस्‍याएं झेलनी पड़ती हैं. वहीं साढ़े साती के दूसरे चरण में जातक को जीवन में बड़े उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ता है. कई तरह के कष्‍ट झेलने पड़ते हैं. इसे ही साढ़े साती का सबसे मुश्किल चरण माना जाता है. वहीं साढ़े साती का तीसरा और आखिरी चरण जातक से भौतिक सुख छीन लेता है. 

कुंभ राशि के जातक रहें सावधान 

इस समय कुंभ राशि वालों पर शनि साढ़े साती का सबसे कष्टदायी दूसरा चरण चल रहा है. शनि कुंभ राशि में ही हैं और इसके जातकों को कई कष्‍ट देंगे. उन्‍हें धन हानि, मान हानि झेलनी पड़ सकती है. सेहत, दांपत्‍य, पारिवारिक समस्‍याएं झेलनी पड़ सकती हैं. कुंभ राशि पर यह चरण 29 मार्च 2025 तक रहेगा. ऐसे में इन जातकों को इस दौरान बेहद सतर्क रहने की जरूरत है. कुंभ राशि के जातकों को इस दौरान कुछ काम करने से बचना चाहिए. 

– कुंभ राशि के जातक इस दौरान जोखिम भरे काम न करें. 
– बेवजह विवाद न करें. अनैतिक काम न करें. कानूनी मामलों से खासतौर पर बचकर रहें. 
– यात्रा के दौरान सतर्क रहें. 
– वैसे तो कभी भी नशा न करें लेकिन खासतौर पर शनिवार और मंगलवार को शराब का सेवन न करें.

साढ़े साती से राहत पाने के उपाय

– शनिवार को शनि देव की पूजा-उपासना करें. शनि चालीसा पढ़ें. सरसों के तेल का दीपक लगाएं. 
– शनिवार के दिन या संभव हो तो रोज पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक लगाएं. 
– शमी के पौधे की सेवा करें. जल चढ़ाएं. 
– असहाय, जरूरतमंद लोगों की मदद करें. 
– विशेषज्ञ से सलाह लेकर नीलम धारण कर सकते हैं. 
– मंगलवार को हनुमान जी की पूजा-आराधना करें. 
– कौवे को दाना डालें. 

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