भारतीय वायदा बाजार में सोने और चांदी की कीमतों पर लगातार दबाव बना हुआ है. चांदी आज टूटकर 60 हजार के करीब आ गई. ग्लोबल मार्केट में भी सोने-चांदी की कीमतों में लगातार गिरावट दिख रही है. अमेरिकी फेड रिजर्व की ओर से ब्याज दरें बढ़ाने का संकेत दिए जाने के बाद से पीली धातु की कीमतों पर दबाव बना हुआ है.
नई दिल्ली. ग्लोबल मार्केट के दबाव में सोने-चांदी की कीमतों में लगातार गिरावट आ रही है. भारतीय वायदा बाजार में सोना पिछले पांच कारोबारी दिवस में से चार दिन टूट चुका है. आज के कारोबार में चांदी 438 रुपये सस्ती हुई है.
मल्टीकमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर 24 कैरेट शुद्धता वाले सोने का वायदा भाव 151 रुपये टूटकर 50,753 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पहुंच गया. इससे पहले सोने में ट्रेडिंग की शुरुआत 50,800 रुपये पर खुलकर लेकिन मांग घटने से जल्द ही कीमतों में गिरावट दिखने लगी. सोना पिछले बंद से करीब 0.30 फीसदी सस्ता बिक रहा है. चार दिन गिरावट के बावजूद सोने की कीमत 50 हजार के ऊपर बनी हुई है.
चांदी ने भी चमक गंवाई
सोने की तर्ज पर आज चांदी की वायदा कीमतों में भी गिरावट देखी जा रही है. एमसीएक्स पर चांदी का वायदा भाव सुबह 438 रुपये गिरकर 60,210 रुपये प्रति किलोग्राम रहा. सुबह 60,374 रुपये के भाव पर खुलकर चांदी की ट्रेडिंग शुरू हुई थी, लेकिन मांग में कमजोरी से इसकी कीमतों में और गिरावट आ गई. चांदी पिछले बंद भाव से अभी 0.73 फीसदी नीचे ट्रेडिंग कर रही है.
ग्लोबल मार्केट में भी दिखी गिरावट
सोने-चांदी की कीमतों में आज ग्लोबल मार्केट में भी गिरावट दिख रही है. अमेरिकी बाजार में सुबह सोने की हाजिर कीमत 1,832.94 डॉलर प्रति औंस रही जो पिछले बंद से 0.19 फीसदी नीचे है. इसी तरह, चांदी की हाजिर कीमत 21.32 डॉलर प्रति औंस रही जो पिछले बंद भाव से 0.33 फीसदी कम है. अन्य कीमती धातु प्लेटिनम में भी 0.3 फीसदी की गिरावट दिखी है और इसका हाजिर भाव 923 डॉलर पर पहुंच गया है.
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ब्याज दरों में बढ़ोतरी से सोने पर दबाव
अमेरिकी फेड रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने अगले कुछ महीनों में अपनी ब्याज दरों को 1.25 फीसदी तक बढ़ाने का संकेत दिया है. इससे अमेरिका में बॉन्ड यील्ड लगातार बढ़ रही है और सोने की कीमतों पर दबाव है. पॉवेल ने साफ कहा है कि हमारा मकसद महंगाई को नीचे लाना है और इसके लिए ब्याज दरें बढ़ाने के अलावा कोई विकल्प नहीं. एक्सपर्ट का कहना है कि आने वाले कुछ समय तक सोने की कीमतों पर दबाव बना रहेगा, लेकिन महंगाई के काबू में आते ही सोना-चांदी दोनों महंगे हो जाएंगे.