समारोह से शामिल होकर लौट रहे छात्र पर बंदरों के झुंड ने हमला कर दिया है. छात्र स्कूटी पर सवार था. हमले की वजह से छात्र का संतुलन बिगड़ गया और गिर गया, जिससे उसका सिर जमीन पर टकरा गया और वो घायल हो गया. सूचना पाकर मौके पर पहुंचे परिजनों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
गाजियाबाद/ हापुड. शादी समारोह से शामिल होकर लौट रहे छात्र पर बंदरों के झुंड ने हमला कर दिया है. छात्र स्कूटी पर सवार था. हमले की वजह से छात्र का संतुलन बिगड़ गया और गिर गया, जिससे उसका सिर जमीन पर टकरा गया और वो घायल हो गया. सूचना पाकर मौके पर पहुंचे परिजनों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. लोगों का आरोप है कि नगर पालिका बंदरों को पकड़ने के लिए कुछ नहीं कर रही है.
जानकारी के अनुसार जवाहर बाजार निवासी कुनाल उर्फ गुड्डू बी-फार्मा का छात्र था. बुधवार की रात करीब डेढ़ बजे कुनाल हाईवे स्थित एक मैरिज होम में आयोजित शादी समारोह में शामिल होकर स्कूटी से घर लौट रहा था. रास्ते में बंदरों के झुंड ने उस पर हमला कर दिया. बंदरों से बचने के चक्कर में उसकी स्कूटी फिसल गई और सड़क पर पड़ी ईंट से उसका सिर टकरा गया, जिससे वो बेहोश हो गया. सूचना पाकर परिजन मौके पर पहुंचे और उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया, जहां पर चिकित्सकों ने उसे मृतक घोषित कर दिया.
बंदर पकड़ने के लिए नहीं चला अभियान
बंदरों को पकड़ने की जिम्मेदारी नगर निगम या नगर पालिका परिषद की होती है. बजट के लिए पालिका बोर्ड बैठक में प्रस्ताव पास होता है और उसके बाद ठेका छोड़ा जाता है. पिछले एक दशक से बंदरों को पकड़ने के लिए कोई अभियान नहीं चला गया है. शहर का ऐसा कोई मोहल्ला, गली नहीं है, जहां बंदरों का उत्पात न हो. आए-दिन बंदरों का झुंड किसी न किसी पर हमला बोल देता है
300 लोग रोज पहुंच रहे अस्पताल
गााजियाबाद और हापुड़ में हर गली और मोहल्ले में बंदरों का उत्पात चरम पर है. जिले के सरकारी अस्पताल में प्रतिदिन करीब ढाई सौ से तीन सौ लोग रेबीज के इंजेक्शन लगवाने के लिए पहुंच रहे हैं. इसमें बंदरों के काटने वाले मरीज भी शामिल होते हैं.