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RBI गवर्नर शक्तिकान्त दास ने क्रिप्टोकरेंसी को लेकर 9वीं बार आगाह किया, कहा- यह एक स्पष्ट खतरा है

RBI Financial Stability Report: रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकान्त दास ने कहा कि Cryptocurrencies एक स्पष्ट खतरा है. यह पहला मौका नहीं है जब दास ने क्रिप्टो को लेकर अपनी चिंताएं जाहिर की हैं. मोटा-मोटी यह नौवां मौका होगा जब आरबीआई गवर्नर ने मैक्रोइकॉनॉमिक और वित्तीय स्थिरता जोखिमों का हवाला देते हुए क्रिप्टोकरेंसी के बारे में अपनी चिंता व्यक्त की है.

नई दिल्ली. रिजर्व बैंक ने आज गुरुवार को अपनी फाइनेंशियल स्टेबिलिटी रिपोर्ट (RBI Financial Stability Report) जारी की. इस मौके पर रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकान्त दास ने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी एक स्पष्ट खतरा है. जब किसी चीज की वैल्यू बिना किसी आधार के बढ़ती है तो इस पर सिर्फ अटकलें लगाई जा सकती हैं.

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रिपोर्ट की प्रस्तावना में दास ने कहा कि टेक्नोलॉजी ने फाइनेंशियल सेक्टर की पहुंच बढ़ाई है. इसका अधिक से अधिक लाभ लेना चाहिए. साथ ही इससे वित्तीय  स्थिरता को होने वाले से खतरे से भी बचाना है. उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे वित्तीय प्रणाली तेजी से डिजिटल होती जा रही है, वैसे वैसे साइबर जोखिम बढ़ रहे हैं. इस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है.

दास ने बार बार आगाह किया
यह पहला मौका नहीं है जब दास ने क्रिप्टो को लेकर अपनी चिंताएं जाहिर की हैं. मोटा-मोटी यह नौवां मौका होगा जब आरबीआई गवर्नर ने मैक्रोइकॉनॉमिक और वित्तीय स्थिरता जोखिमों का हवाला देते हुए क्रिप्टोकरेंसी के बारे में अपनी चिंता व्यक्त की है.

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क्रिप्टो में कोई वैल्यू नहीं
फरवरी में, दास ने कहा था कि क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वाले लोग अपने जोखिम पर ऐसा करें और उन्हें पता होना चाहिए कि इसके अन्दर कोई अंडरलेइंग एसेट या यूं कहे इसके अन्दर कोई वैल्यू नहीं है. 1600 के दशक में डच ट्यूलिप बल्ब एसेट बबल का जिक्र करते हुए उन्होंने क्रिप्टोकरेंसी की वैल्यू और उसके जोखिम को लेकर आगाह किया था.

नए जोखिम उभर रहे
भारतीय वित्तीय संस्थानों के लचीलेपन पर बात करते हुए, दास ने कहा कि हमें उभरते जोखिमों से बहुत सावधान रहना चाहिए. रिपोर्ट में कहा गया है, “क्रिप्टो-एसेट्स इकोसिस्टम का बढ़ता खतरा राष्ट्रीय अधिकारियों को चेतावनी दे रहा है कि कठोर रूख रखिए.

आरबीआई ने कहा कि क्रिप्टोग्राफी और डिस्ट्रीब्यूटेड लेजर तकनीक द्वारा संचालित तकनीकी प्रगति ने क्रिप्टो और स्टेबलक्वॉइन जैसी नई डिजिटल एसेट का उदय किया है. यह मुख्य रूप से सट्टा निवेश के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं.

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