बढ़ती महंगाई और मंदी की चिंताओं के बीच भारतीय शेयरों में पिछले सप्ताह भारी गिरावट देखी गई। कुछ क्वालिटी शेयरों में भी बिकवाली हुई। इससे राकेश झुनझुनवाला को काफी नुकसान हुआ है।
Rakesh Jhunjhunwala portfolio: बढ़ती महंगाई और मंदी की चिंताओं के बीच भारतीय शेयरों में पिछले सप्ताह भारी गिरावट देखी गई। कुछ क्वालिटी शेयरों में भी बिकवाली हुई। बाजार के दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला के पोर्टफोलियो में शामिल टाइटन कंपनी (Titan share) और स्टार हेल्थ एंड एलाइड इंश्योरेंस (start health share) कंपनी के शेयर इस हफ्ते बुरी तरह प्रभावित हुए। राकेश झुनझुनवाला के इन शेयरों में भारी बिकवाली के कारण बिग बुल को पिछले सप्ताह 5 ट्रेडिंग सेशंस में ₹1,000 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ।
राकेश झुनझुनवाला के पोर्टफोलियो शेयरों में गिरावट
पिछले सप्ताह 5 ट्रेडिंग सेशं में टाइटन के शेयर की कीमत ₹2,053.50 से घटकर 1,944.75 रुपये प्रति शेयर के स्तर पर पहुंच गई। इसमें ₹108.75 प्रति शेयर गिरावट दर्ज की गई। इसी तरह राकेश झुनझुनवाला के पोर्टफोलियो का एक और स्टॉक स्टार हेल्थ के शेयर की कीमत ₹531.10 से घटकर ₹475.90 के स्तर पर आ गई। पिछले सप्ताह इसमें ₹55.20 प्रति शेयर गिरावट दर्ज की गई थी।
राकेश झुनझुनवाला के पास कितने शेयर?
शेयरधारिता पैटर्न के अनुसार, टाइटन कंपनी में जनवरी से मार्च 2022 की अवधि के लिए राकेश झुनझुनवाला के पास 3,53,10,395 शेयर हैं। उनकी पत्नी रेखा झुनझुनवाला के पास टाइटन के 95,40,575 शेयर हैं। झुनझुनवाला दंपति के पास टाइटन के कुल 4,48,50,970 शेयर हैं। इसी तरह, राकेश झुनझुनवाला के पास स्टार हेल्थ के 10,07,53,935 शेयर हैं।
राकेश झुनझुनवाला की कुल संपत्ति में गिरावट
बता दें कि राकेश झुनझुनवाला और उनकी पत्नी रेखा झुनझुनवाला के पास टाइटन के 4,48,50,970 शेयर हैं। इसमें पिछले हफ्ते ₹108.75 प्रति शेयर गिरावट थी। ऐसे में टाइटन के शेयर में गिरावट के कारण राकेश झुनझुनवाला की कुल संपत्ति लगभग ₹485 करोड़ घटी है। इसी तरह, राकेश झुनझुनवाला के पास स्टार हेल्थ के 10,07,53,935 शेयर हैं, जो पिछले हफ्ते ₹55.20 प्रति शेयर गिरे थे। इसलिए, पिछले हफ्ते स्टार हेल्थ के शेयरों में गिरावट के कारण राकेश झुनझुनवाला के पोर्टफोलियो में शुद्ध घाटा लगभग ₹555 करोड़ है। पिछले हफ्ते टाइटन के शेयर की कीमत और स्टार हेल्थ के शेयरों में गिरावट के कारण राकेश झुनझुनवाला की कुल संपत्ति में सटीक गिरावट ₹1,000 करोड़ (या लगभग ₹1,040 करोड़) से अधिक है।