प्लास्टिक हमारे वातावरण को प्रदूषित करती है, जिसके कई खतरनाक असर स्वास्थ्य पर देखने को मिलते हैं. आज एक्सपर्ट से जानेंगे कि प्लास्टिक किस तरह हमारे स्वास्थ्य के लिए खतरा बन रही है.
Plastic Harmful Effect on Health: केंद्र सरकार ने बीती 1 जुलाई से देश में सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल पर बैन लगा दिया है. माना जा रहा है कि सरकार ने यह कदम प्रदूषण से निपटने के लिए उठाया है. भारत में प्लास्टिक ‘वेस्ट पॉल्यूशन’ का सबसे बड़ा स्रोत बन गया है. अनुमान के मुताबिक देश में हर साल करीब 14 मिलियन टन प्लास्टिक का उपयोग किया जाता है, जिसकी वजह से बड़े पैमाने पर कचरा फैल जाता है. प्लास्टिक लोगों के स्वास्थ्य के लिए काफी खतरनाक होती है. इससे लोग कई बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं. एक्सपर्ट्स से जानेंगे कि प्लास्टिक का यूज हेल्थ के लिए कितना नुकसानदायक हो सकता है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
सर गंगा राम हॉस्पिटल (नई दिल्ली) की फिजिशियन डॉ. सोनिया रावत के अनुसार प्लास्टिक हमारी हेल्थ को डायरेक्ट और इनडायरेक्ट दोनों तरीकों से प्रभावित करता है. प्लास्टिक सदियों तक डीकंपोज नहीं होता है और इससे वॉटर पॉल्यूशन, एयर पॉल्यूशन और सॉइल पॉल्यूशन होता है. इसकी वजह से लोगों को कई तरह की परेशानियों का शिकार होना पड़ता है. बड़ी मात्रा में प्लास्टिक समुद्र में पहुंच जाती है और समुद्र के जीव जंतु प्लास्टिक निगल लेते हैं. समुद्र से निकाली गई मछलियों और अन्य सीफूड को खाने से प्लास्टिक केेे टुकड़े इंसानों के पेट तक पहुंच सकते हैं और आंतों में ब्लॉकेज पैदा कर सकते हैं.
पैकेजिंग में यूज होते हैं केमिकल?
डॉ. सोनिया रावत के मुताबिक कई बार खानेे पीने की चीजों की पैकिंग में केमिकल्स का इस्तेमाल किया जाता है, जिसकी वजह से लोगों की इम्यूनिटी पर बुरा असर पड़ता है. सभी लोगों को प्लास्टिक के कंटेनर्स में खाने पीने के सामान की पैकिंग करने से बचना चाहिए और प्लास्टिक की बोतल के बजाय पानी के लिए बांस या कांच की बोतल का इस्तेमाल करना चाहिए.
पर्यावरण को होता है नुकसान
डॉक्टर्स के मुताबिक कई बार प्लास्टिक हमारी हेल्थ को डायरेक्ट प्रभावित करती है तो कई बार इनडायरेक्ट तरीके से हमें नुकसान पहुंचाती है. इसलिए प्लास्टिक का कम से कम इस्तेमाल करना चाहिए. प्लास्टिक से वातावरण को गंभीर नुकसान होता है और इसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ता है. अगर प्लास्टिक का इस्तेमाल रोका जाए तो पर्यावरण में कई तरह का प्रदूषण कम हो सकता है और यह हमारी हेल्थ के लिए फायदेमंद साबित होगा.