All for Joomla All for Webmasters
शेयर बाजार

Single Use Plastic Ban: सिंगल यूज प्लास्टिक पर बैन लगते ही तेजी से भागे ये शेयर, पैसे लगाने वालों को आने वाले दिनों में होगा तगड़ा मुनाफा!

Plastic

Single Use Plastic Ban: सिंगल यूज प्लास्टिक (Single Use Plastic) बैन होने की वजह से कई कागज कंपनियों के शेयर तेजी से भागे हैं। कागज विनिर्माता कंपनियों के शेयरों में तीन से आठ प्रतिशत की बढ़त हुई है। एक महीने के दौरान सेषसायी पेपर एंड बोर्ड्स के शेयर 7.80 फीसदी चढ़ गए। तमिलनाडु न्यूजप्रिंट एंड पेपर्स के शेयर 7.07 प्रतिशत फीसदी चढ़े हैं।

  • सिंगल यूज प्लास्टिक बैन होने की वजह से कई कागज कंपनियों के शेयर तेजी से भागे हैं
  • कागज विनिर्माता कंपनियों के शेयरों में तीन से आठ प्रतिशत की बढ़त हुई है
  • एक महीने के दौरान सेषसायी पेपर एंड बोर्ड्स के शेयर 7.80 फीसदी चढ़ गए
  • तमिलनाडु न्यूजप्रिंट एंड पेपर्स के शेयर 7.07 प्रतिशत फीसदी चढ़े हैं

ये भी पढ़ें केंद्रीय मंत्री न‍ित‍िन गडकरी ने किया जबरदस्त ऐलान, कार-बाइक चलाने वालों की हो गई बल्ले-बल्ले

नई दिल्ली: एकल इस्तेमाल वाले प्लास्टिक (Single Use Plastic Ban) से बनी वस्तुओं पर पाबंदी का लाभ कागज उद्योग की कंपनियों को मिल रहा है और उनके शेयर चढ़ गए हैं। बीते एक महीने में सेषसायी पेपर समेत कागज विनिर्माता कंपनियों के शेयरों में तीन से आठ प्रतिशत की बढ़त हुई है, वह भी तब जबकि इस दौरान बीएसई सेंसेक्स और निफ्टी में पांच फीसदी की गिरावट आई है।

एक महीने के दौरान सेषसायी पेपर एंड बोर्ड्स के शेयर 7.80 फीसदी चढ़ गए। तमिलनाडु न्यूजप्रिंट एंड पेपर्स के शेयर 7.07 प्रतिशत, सतिया इंडस्ट्रीज के 5.54 फीसदी और वेस्ट कोस्ट पेपर मिल्स के शेयर 3.15 फीसदी चढ़ गए। इसी अवधि के दौरान (31 मई से एक जुलाई) सेंसेक्स में 4.78 फीसदी की और निफ्टी में 5.01 प्रतिशत की गिरावट आई।

जिन एसयूपी उत्पादों पर पाबंदी लगाई गई है उनमें ईयरबड, गुब्बारे के लिए प्लास्टिक की छड़ें, झंडे, कैंडी स्टिक, आइसक्रीम स्टिक, पॉलीस्टाइनिन (थर्मोकोल), प्लेट, कप, गिलास, कांटे, चम्मच, चाकू, पुआल, ट्रे, निमंत्रण कार्ड, सिगरेट के पैकेट, 100 माइक्रोन से कम के प्लास्टिक या पीवीसी बैनर और स्टिरर शामिल हैं।

ये भी पढ़ें LIC के शेयरधारकों को मिलेगा डिविडेंड, कंपनी ने बताई रिकॉर्ड डेट, ब्रोकरेज हाउस बुलिश

एचडीएफसी सिक्योरिटीज में खुदरा अनुसंधान के प्रमुख दीपक जसानी ने कहा, ‘‘देखा जाए तो इस कागज बनाने वाली कंपनियों को इस प्रतिबंध का लाभ मिलना चाहिए लेकिन ज्यादातर पेपर कंपनियां इस तरह के उत्पाद नहीं बनाती हैं और निकट भविष्य में वे इनके उत्पादन के क्षेत्र में उतरने वाली भी नहीं हैं।’’

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

लोकप्रिय

To Top