आपने कुछ लोगों को ग्रीन टी का सेवन करते हुए देखा होगा तो कुछ लोगों को ब्लैक कॉफ़ी का सेवन करते हुए देखा होगा. ऐसे में जानें कि वजन कम करने के लिए इन दोनों में से कौन सा पेय पदार्थ बेहतर है.
अक्सर लोगों की आदत होती है कि वे अपना वजन कम करने के लिए न जानें किन-किन चीजों को अपनी डाइट में जोड़ते घटाते रहते हैं. इन्हीं चीजों में से एक है ग्रीन टी और ब्लैक कॉफ़ी. इन दोनों में ही कैलोरी की मात्रा कम होती है. साथ ही कई शोध ये भी साबित करते हैं कि ग्रीन टी और ब्लैक कॉफ़ी मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में मदद करती है और फैट बर्न की प्रक्रिया को बढ़ाने में भी मददगार साबित होती है. ऐसे में यह जानना जरूरी है कि इन दोनों में से वजन को कम करने में ज्यादा उपयोगी कौन सा पेय पदार्थ है. आज का हमारा लेख इसी विषय पर है. आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि ग्रीन टी और ब्लैक कॉफ़ी में से ज्यादा अच्छा क्या है. पढ़ते हैं आगे…
ग्रीन टी
बता दें कि ग्रीन टी में कैफ़ीन की मात्रा बेहद ही कम होती है. इससे अलग ग्रीन टी के अंदर कैटेचिन नाम का एंटीऑक्सीडेंट भी मौजूद होता है. यह यौगिक ना केवल मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में मदद कर सकता है बल्कि शरीर में अतिरिक्त वसा को तोड़ने में भी आपके काम आ सकता है. बता दें कि ग्रीन टी के सेवन से वजन कम करने में मदद मिलती है. ऐसे में आप 2 से 3 कप का सेवन नियमित रूप से कर सकते हैं. हालांकि ग्रीन टी के अंदर कैफ़ीन की कुछ मात्रा मौजूद होती है. ऐसे में सीमित मात्रा में ही ग्रीन टी का सेवन करें. वरना इससे अनिद्रा की समस्या हो सकती है.
ब्लैक कॉफ़ी
ब्लैक कॉफ़ी को ज्यादातर लोग पसंद करते हैं. खासकर वे लोग जो अपना वजन कम करने चाहते हैं वे अपनी डाइट में ग्रीन टी की बजाय ब्लैक कॉफ़ी को जोड़ते हैं. ब्लैक कॉफ़ी क्रीम और चीनी दोनों के बिना बनती है. ऐसे में इसके सेवन से वजन को कम किया जा सकता है. हालांकि ज्यादा मात्रा में इसका सेवन हानिकारक भी हो सकता है. ब्लैक कॉफ़ी में कैफीन पाया जाता है जो ना केवल मेटाबॉलिज्म को बढ़ा सकता है. बल्कि शरीर में ऊर्जा के स्तर को भी बढ़ाने में मददगार साबित हो सकता है.
ब्लैक कॉफ़ी ओर ग्रीन कॉफ़ी टी
वजन कम करने के लिए दोनों ही बेहद उपयोगी है. ऐसे में दोनों को अपनी डाइट में जोड़ा जा सकता है. अगर स्वास्थ्य की नजरिये से देखा जाए तो ब्लैक कॉफ़ी की तुलना में ग्रीन टी अधिक फायदेमंद साबित हो सकती है. हालांकि आप अपनी डाइट में डॉक्टर की सलाह पर ही बदलाव करें.