Vastu Shastra for Tulsi: तुलसी का पौधा घर में लगाना बहुत शुभ होता है लेकिन तुलसी का पौधा लगाते समय कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रख लिया जाए तो चमत्कारिक नतीजे मिलते हैं.
Tulsi Plant at home: तुलसी के पौधे को पूजनीय माना गया है. जहां तुलसी का पौधा होता है, वहां सकारात्मकता रहती है. इसलिए घर में तुलसी का पौधा लगाना बहुत शुभ होता है. घर में तुलसी का पौधा लगाने से सुख-समृद्धि आती है. घर के लोग सेहतमंद रहते हैं और सफलता पाते हैं. वास्तु शास्त्र में भी तुलसी को बहुत अहम बताया गया है. साथ ही तुलसी के पौधे से ज्यादा से ज्यादा लाभ पाने के लिए कुछ टिप्स भी दिए गए हैं. यदि इन बातों का ध्यान रखा जाए तो तुलसी का पौधा घर में तेजी से धन की आवक बढ़ा सकता है.
तुलसी लगाते समय रखें इन बातों का ध्यान
– तुलसी का पौधा घर में लगाने के लिए सबसे शुभ दिन गुरुवार का माना गया है. यह दिन भगवान विष्णु को समर्पित है. ऐसे में गुरुवार के दिन तुलसी का पौधा लगाने से विष्णु जी की विशेष कृपा होती है और कुंडली में गुरु ग्रह मजबूत होकर शुभ फल देने लगता है. गुरु ग्रह शुभ होने से व्यक्ति को किस्मत का साथ मिलता है और हर काम में सफलता मिलती है, पैसा मिलता है.
– शुक्रवार को भी तुलसी का पौधा लगाना अच्छा होता है क्योंकि यह दिन मां लक्ष्मी को समर्पित है और तुलसी को मां लक्ष्मी का ही स्वरूप माना गया है.
– जिन लोगों को आर्थिक तरक्की में रुकावटों-बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है, वे शनिवार के दिन तुलसी का पौधा लगाएं. इससे लाभ होगा.
– सूर्य ग्रहण, चंद्र ग्रहण, एकादशी और रविवार को गलती से भी तुलसी का पौधा न लगाएं. इन समयों में तो तुलसी को छूना भी वर्जित बताया गया है. वरना सौभाग्य भी दुर्भाग्य में बदल जाता है.
– महीनों की बात करें तो कार्तिक महीने में तुलसी का पौधा लगाना सबसे ज्यादा शुभ होता है. इसके अलावा नवरात्रि (खास तौर पर चैत्र मास की नवरात्रि) में भी घर में तुलसी का पौधा लगाना शुभ होता है.
– तुलसी का पौधा लगाने का सही समय, मुहूर्त के अलावा इसे रखने की दिशा भी बहुत महत्वपूर्ण होती है. तुलसी के पौधे को घर में उत्तर दिशा में रखें. ऐसा संभव न हो तो पूर्व और ईशान कोण में भी रख सकते हैं. लेकिन इसे दक्षिण दिशा में कभी न रखें. इससे नुकसान होगा.
– तुलसी के पौधे को दक्षिण-पश्चिम दिशा में भी न रखें. ऐसा करना जीवन में मुसीबतें ला सकता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. )