साई सिल्क्स (कलामंदिर) लिमिटेड ने आईपीओ के लिए सेबी के पास दस्तावेज जमा कराए हैं. कंपनी इस आईपीओ के जरिये 1,200 करोड़ रुपये जुटाने की प्लानिंग में है. साई सिल्क्स दक्षिण भारत में परंपरागत परिधान, खासकर साड़ियों की प्रमुख खुदरा विक्रेताओं में से एक है.
ये भी पढ़ें– ITR Update : रिटर्न भरने के आखिरी दिन पड़ रहा रविवार-बैंक रहेंगे बंद, करदाताओं पर इसका क्या होगा असर?
Upcoming IPO: अपकमिंग आईपीओ की लिस्ट में एक और नया नाम जुड़ने जा रहा है. कपड़ा क्षेत्र के खुदरा विक्रेता साई सिल्क्स (कलामंदिर) लिमिटेड ने आईपीओ के लिए भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के पास शुरुआती दस्तावेज जमा कराए हैं. कंपनी इस आईपीओ के जरिये 1,200 करोड़ रुपये जुटाने की प्लानिंग में है.
मसौदा दस्तावेज के मुताबिक, आईपीओ में 600 करोड़ रुपये मूल्य के नए शेयर जारी किए जाएंगे. इसके अलावा कंपनी के प्रवर्तकों और प्रवर्तक समूह के पास मौजूद 18,048,440 शेयरों की बिक्री यानी ओएफएस की भी पेशकश की जाएगी.
25 नए स्टोर खोलने की योजना
निर्गम से जुटाई राशि का उपयोग 25 नए स्टोर एवं दो गोदाम खोलने, कार्यशील पूंजी जरूरतों को पूरा करने, कर्ज के भुगतान और सामान्य वाणिज्यिक उद्देश्यों के लिए किया जाएगा. बाजार सूत्रों के मुताबिक, निर्गम का आकार 1,200 करोड़ रुपये होने की उम्मीद है. इसके शेयरों को बीएसई और एनएसई पर सूचीबद्ध करने का प्रस्ताव है.
कंपनी का क्या है बिजनेस
साई सिल्क्स दक्षिण भारत में परंपरागत परिधान, खासकर साड़ियों की प्रमुख खुदरा विक्रेताओं में से एक है. एसएसकेएल, नागकनका दुर्गा प्रसाद चलवाडी और झांसी रानी चलवाडी द्वारा प्रवर्तित, वित्तीय वर्ष 2019, 2020 और 2021 में राजस्व और कर पश्चात लाभ के मामले में दक्षिण भारत में जातीय परिधान, विशेष रूप से साड़ियों के सबसे बड़े खुदरा विक्रेताओं में से एक है.
मुख्य बिजनेस साउथ में
इसके चार स्टोर यानी कलामंदिर, वरमहालक्ष्मी सिल्क्स, मंदिर, और केएलएम फैशन मॉल, यह बाजार के विभिन्न क्षेत्रों में प्रोडक्ट पेश करता है जिसमें प्रीमियम एथनिक फैशन, मध्यम आय के लिए एथनिक फैशन और वैल्यू-फैशन शामिल हैं. 31 मई, 2022 तक, इसने चार प्रमुख दक्षिण भारतीय राज्यों, यानी आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक और तमिलनाडु समेत में कुल 46 स्टोर हैं.
ये भी पढ़ें– हॉस्पिटल रूम पर जीएसटी का आपकी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी पर क्या होगा असर? एक्सपर्ट्स से समझिए
पिछले साल की तरह यह साल भी आईपीओ के लिए काफी अच्छा जा रहा है. साल की पहली छमाही में इस बार भी रिकॉर्ड आईपीओ आए हैं. दूसरी छमाही में भी रिकॉर्ड नंबर में आईपीओ आने वाले हैं. भारतीय शेयर बाजार फिलहाल करेक्शन के बाद फिर से रफ्तार पकड़ने लगे हैं. कल शुक्रवार को समाप्त सप्ताह में शेयर बाजारों ने जोरदार तेजी दिखाई है.