विटामिन ई एक एंटीऑक्सिडेंट है, जो कोशिकाओं को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाता है. शरीर में जब विटामिन ई की कमी हो जाती है, तो कई तरह के रोग होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं. जानें, विटामिन ई के फायदे, इसकी कमी के संकेत और मुख्य फूड सोर्स क्या-क्या हैं.
हाइलाइट्स
विटामिन ई त्वचा और बालों को हेल्दी रखने के लिए बेहद आवश्यक विटामिन है.
विटामिन ई की कमी से इम्यूनिटी कमजोर हो सकती है.
Vitamin E Benefits: शरीर के लिए कई विटामिंस बेहद महत्वपूर्ण होते हैं, उन्हीं में से एक है विटामिन ई. यह एक मुख्य पोषक तत्व है, जो त्वचा और बालों को स्वस्थ रखता है. साथ ही हड्डियों, टिशूज को भी लंबी उम्र तक हेल्दी बनाए रखने के लिए जिम्मेदार है. विटामिन ई एक एंटीऑक्सिडेंट है, जो कोशिकाओं को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से भी बचाता है. शरीर में जब विटामिन ई की कमी हो जाती है, तो कई तरह के रोग होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं. इसकी कमी से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है. आप मोटापे का शिकार हो सकते हैं, त्वचा को नुकसान होने के साथ ही बालों का झड़ना शुरू हो सकता है. ऐसे में ज़रूरी है कि आप अपनी डाइट में विटामिन ई से भरपूर चीजों को प्रतिदिन शामिल करें. यहां आपको विटामिन ई के फायदों और उसके कुछ फूड सोर्स के बारे में बता रहे हैं.
क्या है विटामिन ई
स्टाइल्सएटलाइफ डॉट कॉममें छपी एक खबर के अनुसार, विटामिन ई एक फैट सॉल्युबल विटामिन है, जो एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है. यह लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और शरीर को विटामिन के अवशोषित करने में भी मदद करता है. इतना ही नहीं, विटामिन ई रक्त वाहिकाओं को चौड़ा करने के साथ ही शरीर में रक्त के थक्कों को बनने से रोकता है. यह इम्यूनिटी को बूस्ट करता है, जिससे बैक्टीरिया और वायरस से लड़ने में मदद मिलती है. त्वचा, बालों और नाखूनों को स्वस्थ बनाए रखने के लिए विटामिन ई का अत्यधिक महत्व है. शरीर में विटामिन ई की कमी ना हो, इसके लिए प्रत्येक दिन 15 ग्राम इसे खाद्य पदार्थों से प्राप्त करना चाहिए.
विटामिन ई के फायदे
विटामिन ई शरीर के लिए कई तरह से फायदेमंद है. इसमें एंटीऑक्सीडेंट होता है, जो कोशिकाओं को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसानों से बचाता है. सूरज की हानिकारक यूवी किरणों से त्वचा को सुरक्षित रखता है. सनबर्न नहीं होने देता है. झुर्रियों, फाइन लाइंस, रूखी, बेजान त्वचा जैसी समस्याओं से स्किन को प्रोटेक्ट करता है. विटामिन ई कोलेस्ट्रॉल के कारण हृदय को होने वाले नुकसानों से भी बचाए रखता है. आर्टरीज में होने वाले कठोरता को कम करता है. इतना ही नहीं, विटामिन ई शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाकर बैक्टीरियल और वायरल इंफेक्शन से सुरक्षा प्रदान करता है.
विटामिन ई के लिए खाएं यू फूड्स
बादाम का करें सेवन
एक दिन में आप 5-7 बादाम का सेवन करें, ताकि शरीर में विटामिन ई का लेवल बना रहे. बादाम खाने से सेहत को कई अन्य लाभ भी होता है. बादाम विटामिन ई का सबसे अच्छा स्रोत माना गया है. बादाम का दूध और तेल भी मिलता है, लेकिन आप कच्चे बादाम का सेवन करेंगे तो फायदा आधिक होगा.
पालक खाएं नियमित रूप से
पालक आयरन से भरपूर होने के साथ ही इसमें विटामिन ई भी होता है. यह पाचन में मदद करता है. पालक विटामिन ई का एक समृद्ध स्रोत है, जो आपको उचित ऑक्सीकरण प्रदान करता है. इससे आपकी त्वचा स्वस्थ बनी रहती है. महिलाओं को पालक खाने की खास सलाह दी जाती है, क्योंकि उन्हें आयरन की कमी अधिक होती है. पालक में मौजूद एक्सफोलिएटिंग तत्व के कारण इसे हर किसी को अपने डाइट में ज़रूर शामिल करना चाहिए. आहार विशेषज्ञ दावा करते हैं कि पालक के सेवन से कोई नुकसान नहीं होता है. यह आपके सिस्टम की कार्यक्षमता को बनाए रखने के लिए हर तरह से फायदेमंद होता है.
केल भी करें डाइट में शामिल
केल एक बेहद ही पौष्टिक खाद्य पदार्थ है, लेकिन इसका सेवन लोग कम ही करते हैं. इसके प्रत्येक दिन सेवन से विटामिन ई की डेली इनटेक की पूर्ति होती है. केल में मौजूद विटामिन शरीर की कई तरह से मदद कर सकता है. चूंकि, केल अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होता है, इसलिए यह किसी भी व्यक्ति के लिए सबसे अच्छा फूड है.
विटामिन ई से भरपूर होते हैं बीज
कई तरह के बीज जैसे कद्दू के बीज, सूरजमुखी के बीज में भी विटामिन ई भरपूर मात्रा में होता है. इन बीजों को हर दिन कच्चा खाने से विटामिन ई की कमी को दूर किया जा सकता है, क्योंकि इन बीजों में विटामिन ई मौजूद होते हैं. कच्चे बीज पाचन में भी मदद करते हैं और आपके पेट को साफ रखते हैं.
ये भी फूड करें डाइट में शामिल
आप विटामिन ई के लिए ब्रोकली, ऑलिव्स, पपीता, पार्सले, ब्रोकली, एवोकाडो, पाइन नट्स, हेजल नट्स, सोया प्रोडक्ट्स आदि का सेवन कर सकते हैं.
विटामिन ई की कमी के संकेत
-मांसपेशियां कमजोर हो सकती हैं.
-चलने-फिरने में समस्या होगी.
-हाथ-पैर सुन्न हो सकते हैं.
-दृष्टि से संबंधित समस्या हो सकती है.
-इम्यूनिटी कमजोर हो सकती है.
-स्किन को नुकसान होता है.
-सिहरन महसूस होती है.