चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच फोन पर हुई बातचीत के बाद चीन ने अमेरिका को दी धमकी-आग से ना खेलें, अब दोनों नेता जल्द ही फेस-टू-फेस मिलेंगे.
Joe Biden-Xi Jinping: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने गुरुवार को फोन पर बातचीत की. इस बातचीत के बाद चीन ने अमेरिका को खुले तौर पर धमकी दी और कहा कि आग से खेलने की भूल ना करें. इसके बाद अब आनेवाले दिनों में चीनी समकक्ष शी जिनपिंग के साथ अमेरिकी राष्ट्रपति अब ‘फेस-टू-फेस’ मिलने के लिए सहमत हुए हैं. गुरुवार को दोनों नेताओं के बीच पांचवें फोन कॉल के दौरान यह तय किया गया था, एक वरिष्ठ व्हाइट हाउस प्रशासन के अधिकारी ने ये जानकारी दी है.
ताइवान को लेकर दोनों देशों के बीच बढ़ी तल्खी
अगस्त में अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैन्सी पेलोसी की ताइवान की निर्धारित यात्रा के खिलाफ बीजिंग द्वारा चेतावनी जारी करने के साथ भू-राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों के बीच बढ़े तनाव के बीच दोनों नेताओं ने गुरुवार को फोन से बात की.
एक मीडिया ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए, हाउस प्रेस सचिव काराइन जीन-पियरे ने कहा, “बातचीत सारगर्भित थी, यह गहराई से थी और स्पष्ट थी.”
बयान में कहा गया है, “बाइडेन और जिनपिंग आमने-सामने मिलने पर भी चर्चा की और मिलने के लिए पारस्परिक रूप से समय तय करने के लिए उन्होंने अपनी टीमों से इसका पालन करने पर सहमति व्यक्त की.”
दो देशों के बीच बातचीत से सबको होगा फायदा
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि अमेरिका-चीन सहयोग से न केवल दो देशों के बीच बल्कि सभी देशों के लोगों को भी लाभ होगा.
अधिकारी ने आगे कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन के लिए उन क्षेत्रों पर मिलकर काम करना महत्वपूर्ण है जहां हमारे हित संरेखित हैं, भले ही हमारे बीच पर्याप्त मतभेद हों या कई अलग-अलग क्षेत्रों में प्रतिस्पर्धा हों. लेकिन जिम्मेदार राष्ट्र यही करते हैं. वे उन क्षेत्रों का प्रबंधन करते हैं जहां उनके मतभेद हैं और वे अपने लोगों की भलाई और दुनिया के लोगों की भलाई के लिए मिलकर काम करने के तरीके ढूंढते हैं.”
चीन ने ना नीति बदली है ना बदलेगी
बाइडेन ने राष्ट्रपति शी को दोनों पक्षों द्वारा यथास्थिति में एकतरफा बदलाव और ताइवान जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता बनाए रखने की प्रतिबद्धता के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका के विरोध को रेखांकित किया. “उन्होंने दोहराया कि अमेरिका की एक-चीन नीति नहीं बदली है और न ही बदलेगी और अमेरिका “ताइवान स्वतंत्रता” का समर्थन नहीं करता है.
चीन ने दी चेतावनी-आग से ना खेलें
इसके विपरीत, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने बाइडेन को ताइवान पर ‘आग से न खेलने’ की चेतावनी दी और अमेरिका से वन चाइना सिद्धांत का पालन करने को कहा. जिनपिंग ने साफ कहा “जो लोग आग से खेलते हैं वे इससे नष्ट हो जाएंगे. उम्मीद है कि अमेरिका इस बारे में स्पष्ट होगा. अमेरिका को एक-चीन सिद्धांत का सम्मान करना चाहिए और तीन संयुक्त विज्ञप्ति को शब्द और कार्य दोनों में लागू करना चाहिए.”
शी ने जोर देकर कहा कि ताइवान जलडमरूमध्य के दोनों पक्ष एक ही चीन के हैं और चीन “ताइवान स्वतंत्रता” की ओर अलगाववादी कदमों का दृढ़ता से विरोध करता है. उन्होंने कहा कि अमेरिका को एक-चीन सिद्धांत का पालन करना चाहिए, जो चीन-अमेरिका संबंधों के लिए राजनीतिक आधार है, चीनी विदेश मंत्रालय के एक आधिकारिक बयान में शी के हवाले से कहा गया है.
ताइवान स्वतंत्रता की ओर
शी ने कहा, “चीन ‘ताइवान स्वतंत्रता’ की ओर अलगाववादी कदमों और बाहरी ताकतों के हस्तक्षेप का दृढ़ता से विरोध करता है, और किसी भी रूप में ‘ताइवान स्वतंत्रता’ बलों के लिए कोई जगह नहीं होने देता”, शी ने कहा. “ताइवान पर चीनी सरकार और लोगों की स्थिति प्रश्न सुसंगत है और चीन की राष्ट्रीय संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करना 1.4 बिलियन से अधिक चीनी लोगों की दृढ़ इच्छा है.”