राष्ट्रपति साई इंग वेन से मुलाकात करने से पहले नैंसी पेलोसी ने ताइवान के डिप्टी स्पीकर साई ची-चांग से मुलाकात की. मुलाकात के बाद नैंसी पेलोसी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि अमेरिका ने हमेशा ताइवान के साथ खड़े रहने का वादा किया है.
ताइपे. अमेरिकी कांग्रेस (संसद) के निचले सदन प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी ने ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग वेन से मुलाकात की. राष्ट्रपति साई इंग वेन से मुलाकात करने से पहले नैंसी पेलोसी ने ताइवान के डिप्टी स्पीकर साई ची-चांग से मुलाकात की. मुलाकात के बाद नैंसी पेलोसी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि अमेरिका ने हमेशा ताइवान के साथ खड़े रहने का वादा किया है. इस मजबूत नींव पर हमारी आर्थिक समृद्धि के लिए प्रतिबद्ध क्षेत्र और दुनिया में पारस्परिक सुरक्षा पर केंद्रित स्व-सरकार और आत्मनिर्णय पर आधारित एक संपन्न साझेदारी है. इसके अलावा नैंसी पेलोसी ने कहा कि ताइवान वास्तव में दुनिया के लिए मिसाल है. ताइवान में लोकतंत्र फल-फूल रहा है. ताइवान ने दुनिया को साबित किया है कि चुनौतियों के बावजूद अगर आशा, साहस और दृढ़ संकल्प है तो आप समृद्ध भविष्य का निर्माण कर सकते हैं.
साथ ही यह भी कहा कि ताइवान के साथ अमेरिका की एकजुटता महत्वपूर्ण है. आज हम यही संदेश लेकर आए हैं. इसके अलावा यह भी कहा, ‘आज दुनिया लोकतंत्र और निरंकुशता के बीच एक विकल्प का सामना कर रही है.’ पेलोसी ने कहा, ‘यहां ताइवान और दुनिया भर में लोकतंत्र को संरक्षित करने के लिए अमेरिका का दृढ़ संकल्प है,’ इससे पहले दिन में, पेलोसी ने ताइवान की संसद का दौरा किया और डिप्टी स्पीकर त्साई ची-चांग के साथ बैठक भी की. यूएस-ताइवान आर्थिक सहयोग पर, पेलोसी ने कहा कि उनके नए अमेरिकी कानून का उद्देश्य ताइवान में अमेरिकी चिप उद्योग को मजबूत करना है, जो चीन के साथ कंपटीशन करेगा.
चीन ने अमेरिका को गंभीर परिणाम भुगतने की दी धमकी
इसके अलावा नैंसी पेलोसी ने कहा कि अब हम इस बारे में अपनी बातचीत के लिए तैयार हैं कि हम कैसे जलवायु संकट से धरती को बचाने के लिए मिलकर काम कर सकते हैं. हम आपके नेतृत्व के लिए आपका धन्यवाद करते हैं और हम चाहते हैं कि दुनिया इसे पहचाने. हमारी यात्रा मानवाधिकारों, अनुचित व्यापार प्रथाओं व सुरक्षा मुद्दों के बारे में थी. बता दें कि चीन की ‘गंभीर परिणाम’ भुगतने की धमकी के बावजूद अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैंसी पेलोसी ताइवान पहुंचीं हुई हैं. पेलोसी मंगलवार रात ताइपे पहुंची. वह ताइवान की यात्रा करने वाली पिछले 25 वर्षों में सबसे उच्च स्तर की अमेरिकी अधिकारी हैं.
पेलोसी की यात्रा से चीन और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ा
अमेरिकी वायुसेना के विमान से पहुंचीं पेलोसी और उनके प्रतिनिधिमंडल का ताइवान के विदेश मंत्री जोसेफ वू ने ताइपे हवाई अड्डे पर स्वागत किया. जैसे ही ताइवान की मीडिया ने पेलोसी के द्वीप पहुंचने की जानकारी दी, वैसे ही चीन की आधिकारिक सोशल मीडिया ने बड़े पैमाने पर सेना के ताइवान जलडमरुमध्य की ओर बढ़ने की जानकारी दी. पेलोसी की यात्रा से चीन और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ गया है. चीन दावा करता रहा है कि ताइवान उसका हिस्सा है. वह विदेशी अधिकारियों के ताइवान दौरे का विरोध करता है क्योंकि उसे लगता है कि यह द्वीपीय क्षेत्र को संप्रभु के रूप में मान्यता देने के समान है. चीन ने धमकी दी थी कि यदि पेलोसी ताइवान की यात्रा करती हैं तो इसके ‘‘गंभीर परिणाम’’ भुगतने होंगे. (इनपुट भाषा से)