Delhi Crime News: गृहमंत्री अमित शाह के नाम पर खुद को बीजेपी का नेता बताते हुए शख्स ने 2 करोड़ रुपये की ठगी की. इस मामले में अमित शाह के आदेश पर ठगी करने वाले बीजेपी नेता के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है.
Delhi Fraud Case: गृहमंत्री अमित शाह के नाम पर 2 करोड़ की ठगी का मामला सामने आया है. भ्रष्टाचार के खिलाफ बीजेपी की जीरो टॉलरेन्स पॉलिसी के नतीजतन इस मामले में अमित शाह के आदेश पर बीजेपी नेता और उसके बेटे के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई. आखिर बीजेपी का वो कौन सा नेता है जिसने गृहमंत्री के नाम पर ठगी की. आइए बताते हैं.
अमित शाह के नाम पर की 2 करोड़ की ठगी
बीजेपी के नेता और रेलवे पैसेंजर सर्विस कमेटी के चैयरमैन और और उनके बेटों पर गृहमंत्री अमित शाह के नाम पर 2 करोड़ की ठगी का आरोप लगा है. आरोप मुंबई के एक होटल कारोबारी ने लगाया कि बीजेपी नेता और रेलवे पैसेंजर सर्विस कमेटी के चेयरमैन रमेश चन्द्र रत्न और उनके बेटे बृजेश रत्न ने रेलवे के अलावा कई और प्रोजेक्ट दिलवाने के नाम पर उनसे 100 करोड़ की डील की और 2 करोड़ रुपये एडवांस ले लिए ,बाद में पता चला कि उनके साथ ठगी हुई है. दिल्ली पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया है.
बीजेपी नेता बनकर की ठगी
शिकायतकर्ता के मुताबिक वो होटल के कारोबार में है और रेलवे में भी काम करना चाहता था. इसी सिलसिले में उनकी मुलाकात गुजरात के रहने वाले राहुल शाह और अनीस बंसल से हुई. दोनों ने इसी साल 27 मार्च को ब्रजेश रत्न से मिलने के लिए लुटियन दिल्ली के कुशक रोड के इस बंगले पर बुलाया. बताया गया कि ब्रजेश के पिता रमेश चन्द्र रत्न बीजेपी नेता है और रेलवे बोर्ड के चैयरमैन हैं. ये भी कहा गया कि इनका गृह मंत्री अमित शाह और उनके बेटे के साथ रोज का उठना बैठना है.
रेलवे के 28 प्रोजेक्ट दिलाने की थी डील
इसके बाद 28 मार्च को रेलवे के 28 प्रोजेक्ट दिलवाने के नाम पर बृजेश रत्न ने 100 करोड़ की डील की और टोकन मनी के तौर पर राहुल शाह और अनीस बंसल ने 2 करोड़ रुपये एडवांस लेकर उसी रात अमित शाह से बात कराने का वादा किया. लेकिन शिकायतकर्ता को अपने एक जानकर से पता चला कि रमेश चंद्र रत्न रेलवे बोर्ड के चेयरमैन नहीं है. तो उनको खुद के ठगे जाने का अहसास हुआ. उन्होंने राहुल शाह और अनीस बंसल से उनके पैसे लौटने को कहा तो दोनों काफी दिन तक आना कानी करने लगे. चूंकि पैसे अमित शाह के नाम पर लिए गए थे लिहाजा वो खुद अमित शाह से मिलने पहुंच गए और उनके स्टाफ को पूरी बात बताई, जिसके बाद अमित शाह के आदेश पर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एफआईआर दर्ज कर ली.
आरोपों को बताया निराधार
इस मामले में जब ज़ी न्यूज़ ने सच्चाई जानने के लिए रेलवे पैसेंजर सर्विस कमेटी के चेयरमैन रमेश चन्द्र रत्न से बात की तो उन्होंने इस पूरी ठगी में खुदके और अपने बेटों के शामिल होने से साफ इनकार कर दिया और शिकायतकर्ता पर ही जानबूझकर झूठा फंसाने का आरोप लगा दिया. वहीं, इस मामले में दिल्ली पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपी राहुल शाह, अनीस बंसल और बृजेश रत्न के बयान दर्ज कर अपनी जांच को आगे बढ़ा रही है. स्पेशल सेल अब ये पता लगाना चाहती है कि आखिर कैसे कोई बाहरी आदमी बिना किसी रसूखदार बीजेपी नेता की मिलीभगत से अमित शाह के नाम पर 100 करोड़ की डील कर सकता है.