Lumpy Virus ने अब उत्तराखंड में दस्तक दे दी है.सिर्फ हरिद्वार जिले में ही 36 पशुओं की मौत हो गई है और 1200 से ज्यादा संक्रमित पाए गए हैं.
Lumpy Virus in Uttarakhand: गुजरात और राजस्थान में हजारों दुधाऊ पशुओं की जान लेने के बाद लंपी वायरस (Lumpy Virus) ने अब उत्तराखंड में दस्तक दे दी है.सिर्फ हरिद्वार जिले में ही 36 पशुओं की मौत हो गई है और 1200 से ज्यादा संक्रमित पाए गए हैं. जी मीडिया संवाददाता के अनुसार, हरिद्वार जिले के अलग-अलग इलाकों में लंपी वायरस से 36 पशुओं की मौत हो चुकी है और 12 सौ से ज्यादा पशु इस बीमारी से संक्रमित बताए जा रहे हैं. हालात यह हैं कि दुग्ध उत्पादन में 10 प्रतिशत की कमी आई है.पशुओं की इस जानलेवा बीमारी के मामले सामने आने के बाद पशुपालन विभाग के अधिकारी भी हरकत में आ गए हैं. हरिद्वार के मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ योगेश शर्मा ने बताया कि संक्रमित पशुओं के इलाज के लिए कई कैंप चलाए किए जा रहे हैं.करीब एक हजार पशुओं का कैंपों में इलाज चल रहा है.
पशु विभाग आम लोगों को भी इस बीमारी के बारे में जागरूक कर रहा है. मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि विभाग के पास पशुओं को दी जाने वाली वैक्सीन फिलहाल पर्याप्त मात्रा में है हालांकि एहतियातन और वैक्सीनेशन की मांग शासन से की गई है.
कैसे फैलता है लंपी वायरस
लंपी वायरस पशुओं में फैलने वाली एक बीमारी है. यह रोग मच्छर काटने और टिक्स आदि से एक पशु से दूसरे पशुओं में फैलती है. इस रोग के शुरुआत में पशुओं को बुखार रहता है. पशुओं के पूरे शरीर में गाठें पड़ जाती हैं. इस बीमारी के होने के पशुओं के पैरों में सूजन, दुध में कमी, गर्भपात और कभी-कभी पशुओं की मौत भी हो जाती है. आमतौर पर इस बीमारी से ठीक होने में पशुओं को 15-20 दिन लग जाते हैं. अगर किसी के पशु को ऐसे लक्षण दिखाई दें तो तुरंत पशुओं के डॉक्टरों से संपर्क करना चाहिए.