Sovereign Gold Bond Scheme : भारत सरकार की तरफ से आरबीआई द्वारा जारी की जाने वाली सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम की नई सीरीज आज से शुरू हो रही है. इसमें कम से कम 5147 रुपये प्रति एक ग्राम का निवेश किया जा सकता है.
Sovereign Gold Bond Scheme : सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB), जो सरकार की ओर से भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी किया जाएगा, 22 अगस्त, सोमवार को सार्वजनिक सदस्यता के लिए खुलेगा. वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना की यह दूसरी श्रृंखला है. पहली किस्त जून में सबस्क्रिप्शन के लिए खुली थी. “इस सुनहरे अवसर को हाथ से जाने न दें! सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना 2022-23 सीरीज- II 22 अगस्त से 26 अगस्त तक खुली है”, एसबीआई ने ट्वीट करके जानकारी दी है.
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना आज से शुरू: 10 बड़ी बातें
- यह योजना 8 साल के लिए वैध है, उसमें पांचवें वर्ष के बाद समय से पहले रिंडेप्शन का विकल्प होता है. इस विकल्प का लाभ उस तारीख को उठाया जा सकता है जब ब्याज देय होगा.
- गोल्ड बॉन्ड का निर्गम मूल्य ₹5,147/- (पांच हजार एक सौ सैंतालीस रुपये मात्र) प्रति ग्राम सोना होगा.
- सरकार ने भारतीय रिजर्व बैंक के परामर्श से, ऑनलाइन आवेदन करने वाले निवेशकों को नाममात्र मूल्य से कम ₹50/- प्रति ग्राम की छूट देने का निर्णय लिया है और आवेदन के लिए भुगतान डिजिटल मोड से किया जाता है.
- निवेशक वाणिज्यिक बैंकों, स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एसएचसीआईएल), क्लियरिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (सीसीआईएल), नामित डाकघरों (जैसा अधिसूचित किया जा सकता है), नेशनल स्टॉक एक्सचेंज और बीएसई के माध्यम से सीधे या एजेंटों के माध्यम से बांड खरीद सकते हैं.
- SGB के लिए भुगतान नकद भुगतान (अधिकतम 20,000 रुपये तक) या डिमांड ड्राफ्ट या चेक या इलेक्ट्रॉनिक बैंकिंग के माध्यम से किया जाएगा. ऑनलाइन भुगतान पर आपको प्रति ग्राम सोने पर 50 रुपये की छूट मिलेगी.
- एसजीबी पर ब्याज आयकर अधिनियम, 1961 (1961 का 43) के प्रावधान के अनुसार कर योग्य होगा. किसी व्यक्ति को एसजीबी के मोचन पर उत्पन्न होने वाले पूंजीगत लाभ कर में छूट दी गई है. एसजीबी के हस्तांतरण पर किसी भी व्यक्ति को होने वाले दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ के लिए इंडेक्सेशन लाभ प्रदान किया जाएगा.
- एसजीबी की अवधि आठ वर्ष की अवधि के लिए होगी, जिसमें 5वें वर्ष के बाद समय से पहले मोचन के विकल्प का उपयोग उस तिथि पर किया जाएगा जिस पर ब्याज देय है.
- निवेशकों को नाममात्र मूल्य पर अर्ध-वार्षिक देय 2.50 प्रतिशत प्रति वर्ष की निश्चित दर से मुआवजा दिया जाएगा.
- SGBs का उपयोग ऋण के लिए संपार्श्विक के रूप में किया जा सकता है. ऋण-से-मूल्य (एलटीवी) अनुपात समय-समय पर रिज़र्व बैंक द्वारा अनिवार्य सामान्य स्वर्ण ऋण के बराबर निर्धारित किया जाना है.
- अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) मानदंड भौतिक सोने की खरीद के लिए समान होंगे. केवाईसी दस्तावेज जैसे वोटर आईडी, आधार कार्ड/पैन या टैन/पासपोर्ट की आवश्यकता होगी. प्रत्येक आवेदन के साथ व्यक्तियों और अन्य संस्थाओं को आयकर विभाग द्वारा जारी ‘पैन नंबर’ होना चाहिए. ये भी पढ़ें: ग्रह राशि परितवर्तन 2022: शुरू हुए इन 3 राशि वालों के सुनहरे दिन, सूर्य-शनि-बुध देंगे बैक-टू-बैक सफलता!
Source :