Desi Jugaad: बच्चे बुलबुले को हवा में उड़ते और फूटते हुए देखना पसंद करते हैं. कुछ बड़े-बुजुर्ग भी छड़ी से निकलने वाले बुलबुले को देखने का आनंद लेते हैं. ट्विटर पर लोग तब बेहद हैरान रह गए, जब उन्होंने टेबल फैन का उपयोग करके बुलबुले बनाने का जुगाड़ देखा.
Desi Jugaad News: देसी जुगाड़ (Desi Jugaad) न सिर्फ इंडिया बल्कि अब विदेश में भी काफी पसंद किया जाने लगा है. लोगों के तरह-तरह के जुगाड़ आज भी इंटरनेट पर लोगों का दिल जीत रहे हैं. बबल मेकर (Bubble makers) सबसे लोकप्रिय खिलौनों में से हैं. बच्चे बुलबुले को हवा में उड़ते और फूटते हुए देखना पसंद करते हैं. कुछ बड़े-बुजुर्ग भी छड़ी से निकलने वाले बुलबुले को देखने का आनंद लेते हैं. ट्विटर पर लोग तब बेहद हैरान रह गए, जब उन्होंने टेबल फैन का उपयोग करके बुलबुले बनाने का जुगाड़ देखा. यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है. इसमें लगी टेक्नोलॉजी को देखकर लोग हैरान हैं.
बुलबुले निकालने का गजब देसी जुगाड़
इस गैजेट को बनाने वाले ने बड़े ही होशियारी के साथ बबल मेकर तैयार किया है. घर में यूज होने वाले चीजों का इस्तेमाल करके इसे तैयार किया. वीडियो में आप गौर करेंगे तो पाएंगे कि इसमें रोजमर्रा के सामान का उपयोग किया है जो साबुन के घोल में छड़ी को डुबोता है, उसे बाहर निकालता है और पंखे से हवा का उपयोग करके बुलबुले बनाता है. हालांकि, सेट अप पोर्टेबल नहीं है. इसे बिजली की भी आवश्यकता होती है जैसा कि तानसु येगेन द्वारा साझा किए गए वीडियो में देखा जा सकता है. 56 सेकेंड के इस वीडियो में टेबल फैन के ऊपर कुर्सी जैसी संरचना दिखाई दे रही है. आधार एक ठोस कंक्रीट स्लैब प्रतीत होता है.
देखें वीडियो-
टेक्निक देखकर आप रह जाएंगे दंग
वीडियो में आपने एक चीज गौर नहीं किया. डोर को बांधने के लिए जुगाड़ू शख्स ने कपड़े के हैंगर को पंखे में बांध दिया है, जो फर्श पर रखे एक कंटेनर से साबुन के पानी को बाहर निकालने वाली छड़ी को पकड़े हुए है. यह पंखा बिजली का उपयोग करता है, वहीं अन्य हिस्से बैटरी से चलने वाले होते हैं. छड़ी साबुन के पानी में डुबकी लगाती है और एक बाहर आती है, जिसके बाद पंखे से हवा से बुलबुले निकलते हैं. वीडियो को 4.5 लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है और 15,000 से ज्यादा यूजर्स ने इसे लाइक किया है. एक ट्विटर यूजर ने लिखा, ‘मुझे अच्छा लगता है जब इंजीनियर ऊब जाते हैं. बोरियत रचनात्मकता को जन्म देती है.’