दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार और उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना के बीच तकरार जारी है। एलजी विनय कुमार सक्सेना ने दिल्ली परिवहन निगम द्वारा 1,000 लो-फ्लोर बसों की खरीद में कथित भ्रष्टाचार से जुड़ी शिकायत को सीबीआई को भेजने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। एलजी के इस कदम के बाद अब आम आदमी पार्टी ने भी अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी है
आप नेता सौरभ भारद्वाज ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि LG रोज़ कोई पुराना मामला उठाकर दिल्ली सरकार पर हमला करते हैं जबकि LG पर ख़ुद 3 गंभीर आरोप हैं। एलजी रोज कोई पुराना केस उठा लाते हैं। आप नेता ने कहा कि एलजी जांच से बचने के लिए नाटक कर रहे हैं। एलजी दिल्ली की चुनी सरकार पर आरोप लगाते हैं। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि एलजी अपने खिलाफ जांच से भाग रहे हैं।
सौरभ भारद्वाज ने दावा किया कि दिल्ली सरकार ने एक भी बस नहीं खरीदी। आप नेता ने कहा कि टेंडर रद्द कर दिये गये थे। कभी बस खरीदी ही नहीं गई थी। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि ये मामला डेढ़ साल से CBI के पास है, उन्हें कुछ नहीं मिला है। इस मामले में एक भी बस नहीं ख़रीदी गई, एक भी पेमेंट नहीं हुआ है। जांच खत्म करके ख़त्म करो, हमारी प्रक्रिया तो तब से ही रुकी हुई है। आप नेता ने कहा कि बस खरीद की प्रक्रिया काफी देर से रुकी हुई है। बस खरीदने की जरूरत है, लेकिन जांच की वजह से यह प्रक्रिया रुकी हुई है। जांच खत्म करानी चाहिए ताकि नई बसें खरीदी जा सकें।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली के उपराज्यपाल विनय सक्सेना लगभग रोज सुबह उठ कर अपनी ही दिल्ली सरकार के खिलाफ कोई खबर मीडिया या अखबारों के अंदर दे रहे हैं। इससे हमलोग हैरान हैं कि यह किस तरह के आदमी हैं। वो रोज कोई पुराना मामला उठाकर वो दिल्ली की चुनी हुई सरकार पर हमला करते हैं।
विनय सक्सेना जब खादी उद्योग के अध्यक्ष थे तब उनपर कई बड़े आरोप हैं। नोटबंदी के समय उन्होंने अपने पुराने नोटों को नये नोटों में बदलवाया है। इसके लिए उन्होंने दबाव बनाया था। लेकिन वो इसकी जांच नहीं करवा रहे हैं। एक अन्य आरोप है कि उन्होंने खादी ग्रामोद्योग के अध्यक्ष पद पर रहते हुए अपनी बेटी को मुंबई में खादी लॉन्ज बनाने का काम दे दिया। इसमें किसी नियम-प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया है। वो इसकी भी जांच करवाने के लिए तैयार हैं।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि बसों की खरीद मामले में जिस गड़बड़ी का आरोप लगाया जा रहा है उसके बारे में मैं कहना चाहता हूं कि एक भी बस की खरीदारी नहीं की गई है। डेढ़ साल से सीबीआई इसकी जांच कर रही है, लेकिन कोई भ्रष्टाचार सामने नहीं आया है। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि एलजी जांच से डर रहे हैं। वो कभी नहीं कहते हैं उनके ऊपर जो आरोप लग रहे हैं उसकी जांच करवाई जाए। आप नेता ने कहा कि एलजी हमें डरा नहीं सकते हैं। हम डरने वाले नहीं हैं, हम सवाल पूछेंगे।
डीटीसी घोटाले में क्या हैं आरोप…
डीटीसी बसों की खरीदारी में गड़बड़ी को लेकर कहा जा रहा है कि 1,000 लो फ्लोर बीएस-4 और बीएस-6 बसों के लिए जुलाई 2019 की खरीद बोली और मार्च 2020 में लो फ्लोर बीएस-6 बसों की खरीद व वार्षिक रखरखाव के अनुबंध के लिए लगाई गई दूसरी बोली में कथित तौर से अनियमितताएं हुई हैं। गत 22 जुलाई को शिकायत पर दिल्ली सरकार के विभागों की प्रतिक्रिया लेने के लिए मुख्य सचिव के पास भेजा गया। उन्होंने कहा कि मुख्य सचिव ने 19 अगस्त को रिपोर्ट सौंपी, जिसमें कुछ ‘अनियमितताओं’ की ओर इशारा किया गया था। इसके बाद सक्सेना ने शिकायत सीबीआई को भेज दी है।