यस बैंक का कहना है कि बैंक की ओर से जेसी फ्लावर्स के लिए स्विस चैलेंज प्रॉसेस के तहत बोलियां मंगाई गई थी. लेकिन इसकी बेस बोली को कोई चुनौती नहीं मिली. स्विस चैलेंज प्रॉसेस खत्म होने के बाद बैंक के बोर्ड ने जेसी फ्लावर्स एआरसी को विजेता घोषित कर दिया.
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नई दिल्ली. निजी क्षेत्र के अग्रणी बैंक यस बैंक के बोर्ड ने करीब 6 अरब डॉलर (480 अरब रुपये) के बैड लोन को प्राइवेट इक्विटी फर्म जेसी फ्लावर्स को बेचे जाने के लिए मंजूरी दे दी है. बैंक का कहना है कि एनपीए पोर्टफोलियो के लिए जेसी फ्लावर्स की 48 हजार करोड़ रुपये की बेस बोली रखी गई थी. लेकिन इसके लिए कोई बोली नहीं लगी और इसे मंजूरी दे दी गई.
बेस बोली को नहीं मिली कोई चुनौती
यस बैंक का कहना है कि बैंक की ओर से जेसी फ्लावर्स के लिए स्विस चैलेंज प्रॉसेस के तहत बोलियां मंगाई गई थी. लेकिन इसकी बेस बोली को कोई चुनौती नहीं मिली. स्विस चैलेंज प्रॉसेस खत्म होने के बाद बैंक के बोर्ड ने जेसी फ्लावर्स एआरसी को विजेता घोषित कर दिया. बोली को मंजूरी दिए जाने के बाद आज बैंक के शेयर 16 महीने के हाई पर पहुंच गए हैं.
क्या है स्विस चैलेंज प्रॉसेस
शेयर बाजार में स्ट्रेस्ड एसेट्स को बेचने के लिए बेस प्राइस को चुनौती देने के लिए बोलियां मंगाई जाती है. इस प्रक्रिया को स्विस चैलेंज प्रॉसेस कहा जाता है.
आज 5 फीसदी चढ़े शेयर
बड़े फर्जीवाड़े और खराब कर्ज के दबाव से एक समय बैंक की हालत काफी खस्ता हो गई थी, लेकिन आरबीआई के हस्तक्षेप से दोबारा स्थिति मजबूत हुई है. बैंक ने 48 हजार करोड़ के भारी-भरकम बैड लोन को बेचने का करार किया है, जिससे आज सुबह उसके शेयरों में 4.8 फीसदी का तगड़ा उछाल आया है. कंपनी के शेयरों की कीमत अब 17.2 रुपये पर पहुंच गई है.
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पिछले एक साल में दिया 28% का रिटर्न
पिछले एक साल में यस बैंक ने अपने निवेशकों को करीब 28 फीसदी का रिटर्न दिया है. आखिरी बार बाजार बंद होने तक यस बैंक के शेयर एनएसई पर 16.45 रुपये पर कारोबार कर रहे थे. इस साल की शुरुआत से अब तक यस बैंक के शेयरों में करीब 25 फीसदी की तेजी देखी गई है. बैंक के मुनाफे में भी सालाना आधार पर करीब 50 फीसदी का उछाल आया है, जबकि एनपीए एक साल में घटकर 13 फीसदी के आसपास आ गया था.