Systematic Investment Plan : निवेशकों का SIP पर भरोसा बढ़ा है. मासिक निवेश 12,000 करोड़ रुपये से ज्यादा हो गया है. निवेशक इसमें निवेश के लिये एसआईपी को तरजीह दे रहे हैं. यह निवेशकों खासकर नौकरीपेशा लोगों के लिए निवेश को सुगम बनाता है.
SIP Investment Scheme : निवेशक दीर्घकाल में निवेश में वृद्धि को लेकर म्यूचुअल फंड में नियमित तौर पर राशि जमा करने की योजना (SIP) पर भरोसा कर रहे हैं. म्यूचुअल फंड उद्योग में पिछले चार महीने से इस माध्यम से निवेश 12,000 करोड़ रुपये से ऊपर बना हुआ है.
उद्योग संगठन एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के ताजा आंकड़ों के अनुसार, एसआईपी (SIP) के जरिये निवेश प्रवाह अगस्त में अबतक के सबसे ऊंचे स्तर 12,693 करोड़ रुपये पर रहा है.
इस माध्यम से निवेश मई से ही 12,000 करोड़ रुपये से ऊपर बना हुआ है. यह जुलाई में 12,140 करोड़ रुपये, जून में 12,276 करोड़ रुपये और मई में 12,286 करोड़ रुपये था.
इसके साथ, चालू वित्त वर्ष के पहले पांच महीने में कुल प्रवाह 61,258 करोड़ रुपये रहा है. बीते वित्त वर्ष 2021-22 में एसआईपी के जरिये निवेश 1.24 लाख करोड़ रुपये था.
निवेशक निवेश के लिये एसआईपी को तरजीह दे रहे हैं. यह निवेशकों खासकर नौकरीपेशा लोगों के लिए निवेश को सुगम बनाता है.
नियो में रणनीति मामलों के प्रमुख स्वप्निल भास्कर ने कहा, ‘‘निवेशकों को बाजार के उतार-चढ़ाव के बारे में सोचने की जरूरत नहीं है क्योंकि एसआईपी के जरिये हर महीने निश्चित राशि निवेश की जाती है. इससे उन्हें निवेश का बेहतर औसत मूल्य प्राप्त करने में मदद मिलती है. यह उन्हें बाजार में निवेश के समय से भी राहत देता है क्योंकि बाजार में कब निवेश करें, इसका चयन करना निवेशकों के लिये थोड़ा मुश्किल होता है.’’
उन्होंने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण यह योजना बचत की आदत बनाती है.
एसआईपी के तहत प्रबंधन अधीन परिसंपत्तियां (AUM) इस साल अगस्त में बढ़कर 6.4 लाख करोड़ रुपये पहुंच गईं जो मार्च, 2022 में 5.76 लाख करोड़ रुपये थीं.
आंकड़ों के अनुसार, पिछले पांच साल में एसआईपी के अंतर्गत प्रबंधन अधीन परिसंपत्तियों में सालाना 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. यह म्यूचुअल फंड की कुल संपत्ति आधार के मुकाबले दोगुना है.
फिलहाल म्यूचुअल फंड में 5.72 करोड़ एसआईपी खाते हैं जिसके जरिये निवेशक नियमित तौर पर म्यूचुअल फंड योजनाओं में निवेश करते हैं.