आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने 12 सितंबर के दौरे में ऑटो चालक विक्रम दत्तानी के घर खाया था खाना। विक्रम के न्यौते पर केजरीवाल ने स्वीकार किया था डिनर। अब विक्रम दत्तानी ने बदले सुर कहा, जो यूनियन ने कहा था मैंने वही बोला। मैं शुरू से भाजपा को वोट दे रहा हूं।
अहमदाबाद: गुजरात विधानसभा चुनावों से पहले बड़ा उलटफेर सामने आया है। 12 सितंबर को आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने जिस ऑटो चालक के घर रात का डिनर किया था। वह अब खुद को मोदी समर्थक बता रहा है। अहमदाबाद में प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी की सभा में ऑटो चालक विक्रम दत्तानी बीजेपी का केश और टोपी लगा पहुंचे। दत्तानी ने मीडिया के सवालों पर कहा कि वह शुरुआत से ही मोदी साहेब का समर्थक है। जब से वोट देना शुरू किया है वह अभी तक वह भाजपा को वोट देता आ रहा है। केजरीवाल को अपने घर खाने पर बुलाने पर दत्तानी ने कहा, मुझे कुछ नहीं पता। मुझे यूनियन के लोगों ने बोला था कि उन्हें खाने पर बुलाना है। तो मैंने पंजाब का वीडियो देखकर उन्हें निमंत्रण दिया। जब उन्होंने निमंत्रण स्वीकार कर लिया तो फिर उन्हें लेने तो जाना ही था।
मैं भाजपा का समर्थक हूं
दत्तानी ने साफ-साफ कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रभावित है। वह उनका आशिक है। इसी महीने के दूसरे हफ्ते में जब केजरीवाल जब अहमदाबाद के इस ऑटो चालक के घर खाना खाने गए थे तो हाई वोल्टेज ड्रामा हुआ था। केजरीवाल की सुरक्षा और प्रोटोकाल को लेकर पुलिस के अधिकारियों से बहस भी हुई थी। तब ये भी कहा गया था कि ऑटो चालक के घर खाना खाने जाने का पूरा प्लान स्क्रिप्टेड है। केजरीवाल के डिनर को स्टंट करार दिया गया था, लेकिन दो हफ्ते में अब खुद विक्रम दत्तानी ने अपने सुर बदल लिए हैं। उनका कहना है कि वह बीजेपी के चाहक हैं और मोदी के आशिक हैं। यह पूछे जाने पर कि जब केजरीवाल उनके घर गए थे तो क्या बात हुई थी? दत्तानी ने कहा कि उन्होंने मेरे घर के बारे में पूछा था। केजरीवाल के ऑटो चालक के घर खाना खाने को काफी सुर्खियां मिली थी। के के नगर में रहने वाले विक्रम दत्तानी के घर की फोटो सोशल मीडिया पर खूब शेयर की गईं थी। केजरीवाल ने दत्तानी के घर खाना खाने के बाद कहा था कि उनकी पत्नी दिल्ली से हैं। उन्होंने उनके परिवार को दिल्ली आने पर अपने घर आने का निमंत्रण दिया है।
बदले पूरी तरह से सुर
यह पूछे जाने पर कि तब आप ऑटो में लेने गए थे, उस वक्त काफी बवाल हुआ था। सुरक्षा को लेकर और प्रोटोकाल को लेकर। तो विक्रम दत्तानी अब उसे हंगामें और बवाल का गलत बता रहे हैं। दत्तानी ने यह भी कहा कि केजरीवाल जब खाना खाकर गए, उसके बाद उनकी किसी से कोई बात नहीं हुई। दत्तानी का कहना है कि वह आम आदमी पार्टी का समर्थक नहीं है। न ही उसने कोई सदस्यता ग्रहण की है। यूनियन की तरफ से जो कहा गया था वहीं किया। इससे ज्यादा उसे नहीं पता है।