जब सेना EV का इस्तेमाल करेगी तो स्वाभाविक तौर पर उसे चार्जिंग स्टेशन पर भी काम करना होगा. इसकी भी खास तैयारी की जा रही है. आर्मी सोलर पैनल से चलने वाले चार्जिंग स्टेशनों को बनाने की योजना पर काम कर रही है…
भारतीय सेना (इंडियन आर्मी) के पास आपने अभी तक कुल सेलेक्टेड वाहन ही देखे होंगे. दरअसल इंडियन आर्मी जिन वाहनों को इस्तेमाल करती है उन्हें कई मानकों पर जांच के बाद सेना अपने बेड़े में शामिल करती है. अभी तक आपने सेना को मारुति सुजुकी की जिप्सी, महिंद्रा की स्कॉर्पियो और टाटा की सफारी कार का इस्तेमाल करते हुए खूब देखा होगा. अब सेना अपने फ्लीट को समय के साथ अपग्रेड करने की तैयारी में है. ऐसे में बदलते हुए समय और उसके साथ बदलती टेक्नोलॉजी को देखते हुए सेना अपने बेड़े में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को शामिल करेगी.
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आर्मी फिलहाल कुछ युनिट्स के लिए EV (इलेक्ट्रिक व्हीकल्स) खरीदने की योजना बना रही है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 25 परसेंट लाइट व्हीकल, 38 परसेंट बस और 48 परसेंट मोटरसाइकिलों को एक टाइम साइकिल के दौरान ईवी से रिप्लेस कर दिया जाएगा.
मीडिया रिपोर्ट्स में सेना के अधिकारियों के हवाले से कहा गया कि आर्मी भी कार्बन एमिशन को कम करने के लिए सरकार की नीति के अनुसार ही काम कर रही है. हालांकि फ्लीट में इलेक्ट्रिक व्हीकल को शामिल करने से पहले एक रोडमैप बनाया गया है.
दरअसल आर्मी को कई ऐसी जगहों पर काम करना होता है जहां पर हर तरह के वाहन चलने के लिए सक्षम नहीं होते. यही वजह है कि मारुति की जिप्सी का प्रॉडक्शन ऑफिशियली बंद होने के बाद भी आर्मी के लिए खासतौर से कुछ जिप्सी बनाई गई थी. दरअसल जिप्सी काफी हल्के वजन वाली कार है जो आर्मी यूज के लिए और कई जगहों के लिए काफी बेहतरीन साबित होने वाली कार रही है.
हालांकि आर्मी का कहना है कि जहां संभव होगा वहां पर सेना इलेक्ट्रिक वाहनों को इस्तेमाल करेगी. अधिकारियों के अनुसार ऐसा करने के बाद फॉसिल फ्यूल पर आर्मी की डिपेंडेंसी को कम करना पहला उद्देश्य है.
जब सेना EV का इस्तेमाल करेगी तो स्वाभाविक तौर पर उसे चार्जिंग स्टेशन पर भी काम करना होगा. इसकी भी खास तैयारी की जा रही है. आर्मी सोलर पैनल से चलने वाले चार्जिंग स्टेशनों को बनाने की योजना पर काम कर रही है. इसके लिए जरूरी काम भी शुरू कर दिया गया है.
सेना के एक अधिकारी के अनुसार ईवी चार्जिंग स्टेशनों पर कम से कम एक फास्ट चार्जर लगाया जाएगा. इसके साथ ही स्लो चार्जर भी होंगे.
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सेना जल्द ही इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद प्रक्रिया शुरू करेगी. इसके लिए निविदा मंगवाने का काम शुरू किया जाएगा. पहले फेज में 24 फास्ट चार्जर के साथ 60 बसों की खरीद के लिए टेंडर मंगवाए जाएंगे. सेना के एक अधिकारी के अनुसार सरकार की ओर से उठाए गए कदमों को देखते हुए ही सेना में भी बदलाव किए जा रहे हैं.