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Credit vs Debit card: डेबिट की बजाय क्रेडिट कार्ड से खर्च करना क्यों है आपके लिए फायदे का सौदा?

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भारत में डेबिट कार्ड्स की संख्या क्रेडिट कार्ड्स के मुकाबले करीब 10 गुना से अभी अधिक है. पिछले कुछ सालों में क्रेडिट कार्ड की संख्या में भले इजाफा हुआ हो लेकिन अब भी इसकी पहुंच शहरी व लघु शहरी इलाकों में ही है.

नई दिल्ली. पश्चिमी देशों में क्रेडिट कार्ड से खर्च करना एक आम चलन है. वहां, लोग डेबिट कार्ड का इस्तेमाल कम ही करते हैं. भारत में इसका उल्टा है. यहां लोगों के बीच क्रेडिट कार्ड को लेकर कई डर हैं जो उन्हें इसका लाभ उठाने से रोकते हैं. हाल के कुछ सालों से देश में क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करने वालों की संख्या बढ़ी है. कम-से-कम क्रेडिट कार्ड जारी होने की संख्या से तो यही लगता है. मार्च 2022 तक देश में क्रेडिट कार्ड की संख्या 7.36 करोड़ थी. पिछले 2 साल से अधिक समय में क्रेडिट कार्ड से खर्च 1 लाख करोड़ रुपये को पार कर गया है.

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हालांकि, ये अब भी डेबिट कार्ड की संख्या से काफी कम है. जनवरी 2022 में डेबिट कार्ड की संख्या 94 करोड़ थी. हालांकि, इनमें से कितने डेबिट कार्ड अभी सक्रिय हैं इसके आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं. बहरहाल, किसी भी तरह देश में डेबिट कार्ड्स की संख्या क्रेडिट कार्ड से ज्यादा है. भारत में लोग कर्ज से दूर रहने की कोशिश करते हैं इसलिए यहां क्रेडिट कार्ड्स पहले इतने सफल नहीं रहे. लेकिन नई पीढ़ी के बीच ये सोच बदली है जिसका नतीजा हमने इसकी संख्या में वृद्धि के रूप में देखा है. आज हम आपको ऐसे 5 कारण बताएंगे जिनसे आपको ये समझने में आसानी होगी कि क्यों क्रेडिट कार्ड्स से खर्च फायदे का सौदा है.

सुरक्षा
अगर आपका डेबिट कार्ड चोरी होता है तो सीधे आपके अकाउंट से पैसे निकाल लिए जाते हैं. पहले से तय खर्च जैसे कि ईएमआई, एसआईपी या अन्य भुगतानों पर इसका असर होता है और आपका क्रेडिट स्कोर खराब होता है. दूसरी ओर, जब आपका क्रेडिट कार्ड ठगों द्वारा इस्तेमाल किया जाता है तो इससे आपके बैंक अकाउंट पर फर्क नहीं पड़ता. आप बस अपनी क्रेडिट कार्ड कंपनी को इसकी सूचना देते हैं और फर्जी लेनदेन की भरपाई आपको नहीं करनी होती. वीजा और मास्टरकार्ड जैसी कंपनियां ऐसी ही परिस्थितियों के लिए जीरो लाइबिलिटी कवरेज देती हैं.

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क्रेडिट स्कोर
अगर आपके पास कोई कर्ज नहीं है लेकिन आप अपना क्रेडिट स्कोर बेहतर करना चाहते हैं तो क्रेडिट कार्ड इसमें आपकी सहायता कर सकता है. जिम्मेदारी के साथ क्रेडिट कार्ड से किए गए खर्च और फिर उसके भुगतान से आपका क्रेडिट स्कोर भी दुरुस्ता होता है. दूसरी और डेबिट कार्ड की आपके क्रेडिट स्कोर में कोई जगह नहीं होती है.

रिवॉर्ड पॉइंट्स और कैशबैक
क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल पर आपको आमतौर पर कैशबैक दिया जाता है. क्रेडिट कार्ड खरीदारी पर 5 फीसदी तक का कैशबैक ऑफर करते हैं. आज हम देखते है कि कई प्रोडक्ट्स की सेल के दौरान विभिन्न क्रेडिट्स पर कई फीसदी का ऑफ भी होता है. जो फोन आप डेबिट कार्ड से 30,000 में खरीदेंगे वही फोन क्रेडिट कार्ड से आपको 27000 में मिलता है. इसके अलावा आपको रिवॉर्ड पॉइंट्स दिए जाते हैं. एक खास नंबर तक पहुंचने के बाद आप इन रिवॉर्ड पॉइंट्स को गिफ्ट कार्ड, ट्रैवल कार्ड या किसी प्रोडक्ट पर ऑफ लेने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं.

पैसे लौटाने का समय
डेबिट कार्ड से खर्च करने पर आपको तुरंत अपने अकाउंट से भुगतान करना होता है. क्रेडिट कार्ड के साथ ऐसा नहीं है. आप इससे किए गए खर्च का भुगतान ड्यू डेट तक कर सकते हैं. क्रेडिट कार्ड की पेमेंट साइकल आमतौर पर 15 दिन की होती है. उसके बाद फिर 15 दिन आपको ग्रेस पीरियड मिलता है. मतलब भुगतान के लिए आपके पास लगभग 30 दिन होते हैं.

हर जगह मान्य
ऐसे कई प्रोडक्ट्स हैं जिनकी खरीदारी के लिए डेबिट कार्ड इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है. उदाहरण के लिए अगर आप कोई गैजेट खरीदकर उसकी ईएमआई बंधवाना चाहते हैं तो बहुत अधिक संभावना है कि आपको डेबिट कार्ड से ऐसा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी. वहीं, क्रेडिट कार्ड के साथ आप ईएमआई के लिए सब्सक्राइब कर सकते हैं. जैसा कि हमने ऊपर बताया आपको इस खरीद पर छूट भी मिलेगी.

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