Wipro Share Price: कंपनी की तरफ से कहा गया कि विप्रो अपने टीम लीडर लेवल के कर्मचारियों को मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 100 प्रतिशत वेरिएबल पे देगी.
Variable Pay: आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी विप्रो (Wipro) 300 कर्मचारियों को नौकरी से निकाले जाने के बाद एक बार फिर से चर्चा में है. विप्रो की तरफ से कर्मचारियों का निकालने का विरोध भी हुआ था और कंपनी के शेयरों में भी बड़ी गिरावट देखी गई थी. लेकिन कंपनी ने अपने कदम को सही ठहराया था. अब कंपनी ने अपने कर्मचारियों के लिए बड़ी खुशखबरी का ऐलान किया है. कंपनी की तरफ से कहा गया कि विप्रो अपने टीम लीडर लेवल के कर्मचारियों को मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 100 प्रतिशत वेरिएबल पे (100% variable pay) देगी.
नवंबर की सैलरी के साथ आएगी वेरिएबल पे
कंपनी की तरफ से कहा गया कि वेरिएबल पे का खुलासा कर्मचारियों की नवंबर की सैलरी के साथ होगा. कंपनी प्रबंधन की तरफ कर्मचारियों को भेजे गए इंटरनल ई-मेल में कहा गया कि यह सभी यूनिट / फंक्शन में काम करने वाले बैंड A से लेकर B3 तक के कर्मचारियों और हाई बैंड में काम करने वाले कुछ कर्मचारियों से जुड़ा हुआ है.
इस बैंड के कर्मचारियों को हुआ फायदा
कंपनी की तरफ से यह भी कहा गया कि A से लेकर B3 बैंड तक के कर्मचारियों को सितंबर में खत्म हुई तिमाही का वेरिएबल पे जारी किया जाएगा. विप्रो के अनुसार बाकी कर्मचारियों को यूनिट के अचीवमेंट के अनुसार इनाम मिलेगा. बिजनेस पॉलिसी के अनुसार वेरिएबल पे का 93.5% हिस्सा परफारमेंस पर आधारित है. कंपनी ने यह भी बताया कि पे-आउट यूनिट / फंक्शन टारगेट के अचीवमेंट पर आधारित है. यदि यूनिट का टारगेट पूरा हो जाता है तो कर्मचारियों को ज्यादा पे-आउट मिलेगा.
5 प्रतिशत से अधिक बढ़ा रेवेन्यू
फाइनेंशियल ईयर 2023 की दूसरी तिमाही में कंपनी के रेवेन्यू में 5 प्रतिशत से अधिक बढ़कर 22,362.9 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है. एक पहले की समान अवधि में यह आंकड़ा 21,285 करोड़ रुपये था. पिछली तिमाही की तुलना में विप्रो का आईटी सर्विस का रेवेन्यू 2.3% बढ़कर 2,797.7 मिलियन डॉलर हो गया. चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में इसका मार्जिन पहली तिमाही के 15% के मुकाबले 15.11% था.
आपको बता दें इससे पहले विप्रो ने अक्टूबर की शुरुआत में 300 ऐसे कर्मचारियों को नौकरी से बाहर निकाल दिया था, जो दो जगह नौकरी कर रहे थे. कंपनी के इस कदम के बाद विप्रो के शेयर में भारी गिरावट देखी गई थी. इसके बाद कंपनी को काफभ् आलोचना का सामना कर पड़ा था.