नई दिल्ली. दुनियाभर की कंपनियों में छंटनी की खबरों के बीच एक भारतीय कंपनी ने भी अपने 10 फीसदी कर्मचारियों को घर भेजने का फैसला लिया है. इस कंपनी का नाम है अनअकैडमी (Unacademy). सॉफ्ट बैंक के फंड से चल रही इस एडटेक (एजुकेशन-टेक्नोलॉजी) कंपनी ने फंड्स की कमी के चलते अपने लगभग 350 कर्मचारियों को बाहर कर दिया है. इस बारे में कंपनी के सीईओ और को-फाउंडर गौरव मुंजाल ने कल, सोमवार को, एक ट्वीट के जरिए जानकारी दी.
7 नवंबर को कर्मचारियों को भेजे गए एक आंतरिक ईमेल में गौरव मुंजाल ने कहा कि इस अभूतपूर्व समय के लिए कंपनी को ऑप्टीमाइज करते हुए एक कुशल सिस्टम बनाने की जरूरत है. उन्होंने कहा, “पूरे ग्रुप में लगभग 10 प्रतिशत Unacademy के कर्मचारी इससे प्रभावित होंगे, और यदि आप प्रभावित लोगों में से एक हैं – तो आपको HR से 48 घंटों के भीतर विस्तार से कम्युनिकेशन मिलेगा.”
इसी ट्वीट में मुंजाल ने कहा कि वह छंटनी वाले कर्मचारियों को फिर से नियुक्ति पाने में अन्य कंपनियों की मदद करने को तैयार हैं. उन्होंने ट्वीट किया, “यदि आप अपनी कंपनी में लोगों को हायर कर रहे हैं तो कृपया मुझे gaurav@unacademy.com पर ईमेल करें और हम आपको सीधे प्रभावित हुए रोल्स की डायरेक्टरी भेजेंगे.”
इससे पहले भी हटाए जा चुके हैं लोग
इस साल अप्रैल में Unacademy ने अपने विभिन्न कार्यालयों से लगभग 600 कर्मचारियों की छंटनी की थी. जिन लोगों को छोड़ने के लिए कहा गया था, उनमें ज्यादातर एजुकेटर, ट्यूटर्स और कॉन्ट्रैक्ट पर काम कर रहे कर्मचारी थे.इसके बाद जुलाई में गौरव मुंजाल ने अपने कर्मचारियों को एक आंतरिक ईमेल में आश्वासन दिया कि कंपनी अब और छंटनी नहीं करेगी. अपने हालिया नोट में, गौरव मुंजाल ने यू-टर्न के लिए माफ़ी मांगी, और बाजार की मौजूदा चुनौतियों और कर्मचारियों की छंटनी के फैसले के लिए मुश्किल आर्थिक हालातों को दोषी ठहराया.